
कॉमनवेल्थ गेम्स में भारतीय खिलाड़ियों ने दमदार प्रदर्शन करते हुए कुल 61 मेडल अपने नाम किए थे. रेसलर विनेश फोगाट ने भी इस दौरान गोल्ड पर कब्जा जमाया. अब विनेश फोगाट ने अपने रेसलिंग करियर को लेकर बड़ी बात कही है. विनेश फोगाट ने कहा कि टोक्यो ओलंपिक में लगातार दूसरी बार पदक से चूकने के बाद उन्होंने लगभग कुश्ती छोड़ने का मन बना ही लिया था लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बातचीत ने उन्हें खेल में जारी रहने के लिये प्रेरित किया.
पिछले दो ओलंपिक में किया निराश
2016 के रियो ओलंपिक के क्वार्टरफाइनल में घुटने की चोट से उनकी पदक की उम्मीद टूट गई. वहीं टोक्यो में वह अंतिम आठ स्टेज से ही बाहर हो गई थीं जबकि वह अपने वजन वर्ग में दुनिया की नंबर पहलवान के तौर पर उतरी थीं. विनेश ने स्वीकार किया कि इन दो निराशाओं ने उन्हें कुश्ती छोड़ने की कगार पर पहुंचा दिया था लेकिन उन्होंने फिर वापसी करते हुए बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक जीता.
विनेश ने पीटीआई से कहा, 'निश्चित रूप से आप कह सकते हैं (विनेश 2.0 रिलोडिड). मैं मानसिक रूप से काफी बड़ी बाधा को पार करने में सफल हुई हूं. मैंने लगभग कुश्ती छोड़ ही दी थी क्योंकि पिछले दो ओलंपिक के दौरान एक पदक नहीं जीत सकी थी. ओलंपिक किसी भी खिलाड़ी के लिये बड़ा मंच होता है. लेकिन मेरे परिवार ने हमेशा मेरा समर्थन किया और उन्हें हमेशा मेरी काबिलियत पर भरोसा था.
पीएम मोदी ने किया मोटिवेट: विनेश
उन्होंने कहा, 'जब मैं निराश थी तो पीएम नरेंद्र मोदी से मिली थी और उन्होंने मुझे प्रेरित किया. उन्होंने कहा कि हमें आप पर भरोसा है और आप कर सकती हो. इससे मेरे अंदर जज्बा फिर से जाग गया.' विनेश का यह कॉमनवेल्थ गेम्स में लगातार तीसरा स्वर्ण पदक है. इससे पहले उन्होंने ग्लासगो (2014) और गोल्डकोस्ट (2108) गेम्स में भी गोल्ड मेडल हासिल किया था.
ऐसे जीता बर्मिंघम गेम्स में गोल्ड
विनेश फोगाट ने कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में नॉर्डिक सिस्टम के आधार पर जीत हासिल की. विनेश ने पहले मैच में विश्व चैम्पियनशिप की कांस्य पदक विजेता कनाडाई रेसलर सामंथा ली स्टीवर्ट के खिलाफ जीत दर्ज की. इसके बाद विनेश ने अपने दूसरे मैच में नाइजीरिया की मर्सी बोलाफुनोलुवा अडेकुओरोए और तीसरे मैच में श्रीलंका की केशनी मदुरवलगे को मात दी.