
कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में भारत के लिए ब्रॉन्ज़ मेडल जीतने वाली पहलवान दिव्या काकरान द्वारा एक बार फिर दिल्ली सरकार पर हमला बोला गया है. दिव्या काकरान लगातार अरविंद केजरीवाल सरकार पर किसी भी तरह की मदद ना करने का आरोप लगा रही हैं.
गुरुवार को दिव्या काकरान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा कि मैं इतने लंबे समय से कुश्ती लड़ रही हूं. 2017 तक मैंने दिल्ली को 58 पदक दिए, मेरे पास यात्रा के लिए पैसे नहीं हुआ करते थे, मैं अखाड़े जाती थी तो रास्ते में घंटों जाम लगा रहता था. दिल्ली सरकार ने कभी हमारी मदद नहीं की.
दिव्या बोलीं कि मैंने अपनी प्रैक्टिस बेहद गरीबी में की है. मैंने 2018 में यूपी से लड़ना शुरू किया था, 2019 में यूपी सरकार ने मुझे रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार दिया. 2020 में उन्होंने मुझे आजीवन पेंशन दी. महिला रेसलर ने कहा कि कल उन्होंने 50 लाख रुपए और एक राजपत्रित अधिकारी रैंक पद की घोषणा की.
दिव्या काकरान बोलीं कि उत्तर प्रदेश सरकार ने मेरी मदद की, यहां तक कि हरियाणा सरकार ने भी. लेकिन दिल्ली सरकार कभी मदद के लिए नहीं आई. मैं पिछले 20 साल से दिल्ली के गोकुलपुर में रह रही हूं. मैं लड़कों से कुश्ती लड़ती थी जिसके कारण मुझको पैसे मिलते थे ताकि खाने का इंतजाम हो जाता था.
कॉमनवेल्थ गेम्स में ब्रॉन्ज़ मेडल जीतने वालीं दिव्या ने कहा कि हम कोई अपना भीख नहीं मांग रहे हैं, बस सिर्फ अपना हक मांग रहे हैं. मेरी सरकार से कोई दुश्मनी नहीं है मैं खुद उनके पास 2017 में गई थी. 2018 में उन्होंने मेरी मुलाकात करवाई, हमने सरकार को लिख करके भी दिया कि हमें क्या खुराक की जरूरत है.
गौरतलब है कि 23 साल की दिव्या काकरान को 68 किग्रा. फ्री-स्टाइल कुश्ती में ब्रॉन्ज़ मेडल मिला है. उन्होंने अपने मुकाबले में विरोधी को 30 सेकंड में ही चित्त कर दिया था. भारत को कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में कुल 61 मेडल मिले हैं.