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Haryana Government: हरियाणा सरकार का खिलाड़ियों को लेकर बड़ा फैसला, अब स्टेडियम में प्रैक्टिस के लिए नहीं देनी होगी फीस

हरियाणा के खिलाड़ियों का दबदबा जगजाहिर है. पिछले साल टोक्यो ओलंपिक में भाग लेने वाले भारतीय खिलाड़ियों में से 31 हरियाणा के थे.

Neeraj Chopra (getty) Neeraj Chopra (getty)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 22 अप्रैल 2022,
  • अपडेटेड 8:21 PM IST
  • हरियाणा सरकार ने उठाया शानदार कदम
  • खिलाड़ियों से नहीं ली जाएगी फीस

हरियाणा सरकार ने खिलाड़ियों को लेकर सराहनीय कदम उठाया है. अब राज्य में मौजूद स्टेडियम या स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में अभ्यास के लिए आने वाले खिलाड़ियों से कोई फीस नहीं ली जाएगी. इस फैसले की घोषणा करते हुए राज्य के खेल मंत्री संदीप सिंह ने कहा कि हरियाणा को स्पोर्ट्स हब के रूप में विकसित करने और खिलाड़ियों की प्रतिभा को निखारने की योजना में तेजी लाने के लिए यह निर्णय लिया गया है.

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हरियाणा के खिलाड़ियों का दबदबा जगजाहिर है. उदाहरण के लिए पिछले साल ओलंपिक खेलों में भाग लेने वाले भारतीय एथलीटों में से 31 हरियाणा के थे. वही, पंजाब दूसरे नंबर पर रहा था, जिसके 19 खिलाड़ियों ने भारत का प्रतिनिधित्व किया था. भारत ने टोक्यो ओलंपिक में जो इकलौता गोल्ड जीता, वह भी हरियाणा के एथलीट ने दिलाया था.

टोक्यो में भारत ने जीते 7 मेडल

भारत ने पिछले साल टोक्यो ओलंपिक में सात पदक जीते थे, जिनमें से चार में हरियाणा के खिलाड़ियों का प्रतिनिधित्व था. इस राज्य के एथलीटों ने कुल तीन व्यक्तिगत ओलंपिक पदक जीते, जिसमें नीरज चोपड़ा ने जैवलिन थ्रो स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता. वहीं, रवि कुमार दहिया ने पुरुषों की फ्रीस्टाइल 57 किग्रा कुश्ती स्पर्धा में रजत और बजरंग पूनिया ने पुरुषों की फ्रीस्टाइल 65 किलोग्राम कुश्ती स्पर्धा में कांस्य पदक जीता.

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भारत ने एक फील्ड हॉकी कांस्य पदक भी जीता, जिसमें टीम के दो सदस्य हरियाणा से आए थे. भारत टोक्यो ओलंपिक 2020 में एक स्वर्ण समेत सात पदकों के साथ ओलंपिक पदक तालिका में 47वें स्थान पर रहा था. पदक जीतने वाले अन्य एथलीटों में भारोत्तोलक मीराबाई चानू (रजत), मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन (कांस्य) और शटलर पीवी सिंधु (कांस्य) भी शामिल थीं.

 

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