
BWF World Championships: बैडमिंटन वर्ल्ड चैम्पियनशिप में भारत के दो मेडल पक्के हो गए हैं. शुक्रवार को स्पेन के हुलेवा में क्वार्टर फाइनल मुकाबले में किदांबी श्रीकांत और लक्ष्य सेन ने सेमीफाइनल में पहुंचकर भारत को दोहरी कामयाबी दिलाई. श्रीकांत ने नीदरलैंड्स के मार्क कालजाऊ को 26 मिनट तक चले मुकाबले में 21-8, 21-7 से मात दी. वहीं लक्ष्य सेन ने चीन के जुन पेंग झाऊ को 21-15, 15-21, 22-20 से मात दी. अब शनिवार को सेमीफाइनल में दोनों खिलाड़ी एक-दूसरे का सामना करेंगे.
यह पहली बार था जब श्रीकांत का सामना कालजाऊ से हुआ. श्रीकांत ने पहले गेम की शुरुआत में ही दबदबा बना लिया और गेंद अंतराल पर 11-5 से आगे हो गए. श्रीकांत ने अपनी स्पीड बनाए रखी और डच खिलाड़ी को दोहरे अंकों में नहीं आने दिया. अंततः श्रीकांत ने बिना ज्यादा पसीना बहाए पहला गेम जीत लिया.
दूसरे गेम में श्रीकांत का दबदबा और भी बढ़ गया और उन्होंने गेम अंतराल पर 11-3 की बढ़त बना ली. कलजाऊ के पास श्रीकांत का शायद ही कोई जवाब था क्योंकि श्रीकांत ने एकतरफा खेल जारी रखा और दूसरे गेम को और भी बड़े अंतर से जीत कर अंतिम-चार में जगह बना ली.
किदांबी श्रीकांत और लक्ष्य सेन विश्व चैम्पियनशिप में पदक हासिल करने वाले क्रमशः चौथे एवं पांचवें भारतीय शटलर हैं. 1983 में प्रकाश पादुकोण का कांस्य विश्व चैम्पियनशिप में भारत का पहला पदक था. इसके बाद साल 2019 में बी साई प्रणीत ने कांस्य जीता, यह वही साल था जब पीवी सिंधु इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में स्वर्ण जीतने वाली पहली भारतीय बनीं.
इसी बीच, विश्व चैम्पियनशिप में गत चैम्पियन पीवी सिंधु का सफर क्वार्टर फाइनल में ही समाप्त हो गया. शुक्रवार को कैरोलिना मारिन स्टेडियम में सिंधु विश्व नंबर-1 ताई जू यिंग से हार गईं. सिंधु को 42 मिनट तक चले मुकाबले में 17-21, 13-21 से हार का सामना करना पड़ा.
यह सिंधु की ताई जू यिंग के खिलाफ लगातार 5वीं हार थी ताइवान की इस स्टार ने भारतीय शटलर के खिलाफ अपना रिकॉर्ड 15-5 कर लिया है विशेष रूप से, सिंधु अपने चिर प्रतिद्वंद्वी से टोक्यो ओलंपिक के सेमीफाइनल में भी हार गई थीं. इस जीत के साथ ही ताई जू यिंग ने विश्व चैम्पियनशिप में अपना पहला मेडल पक्का कर लिया है.