
World Motor Sport Council: भारत ने तीन दशकों से अधिक समय में पहली बार एफआईए (FIA) की शक्तिशाली विश्व मोटर स्पोर्ट काउंसिल (WMSC) में अपनी सीट खो दी है. मौजूदा सदस्यों के लिए आरक्षित डब्ल्यूएमएससी की 14 सीटों के लिए हुए चुनावों में गौतम सिंघानिया हार गए. मोहम्मद बेन सुलायेम ने अगले एफआईए अध्यक्ष के रूप में जीन टॉड की जगह ली.
WMSC के सदस्यों में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और सात उपाध्यक्ष भी शामिल हैं. भारतीय मोटर स्पोर्ट काउंसिल (FMSCI) ने केवल गौतम सिंघानिया को WMSC का चुनाव लड़ने के लिए नामांकित किया था और वह ग्राहम स्टोकर की अध्यक्ष की सूची में थे, जो FIA के अध्यक्ष पद का चुनाव सुलायेम से हार गए.
सिंघानिया के अलावा, WMSC पर पिछले भारतीय प्रतिनिधियों में केडी मदन और विजय माल्या शामिल हैं. FMSCI के पूर्व अध्यक्ष और 2011 में फॉर्मूला 1 को भारत वापस लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले विक्की चंडोक ने कहा कि महासंघ को कम से कम दो नामांकन भेजने चाहिए थे. चंडोक FMSCI की आठ सदस्यीय गवर्निंग काउंसिल में बने हए हैं, जिसके अध्यक्ष अकबर इब्राहिम हैं.
चंडोक ने मीडिया से बात करते हुए कहा, 'यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि एफएमएससीआई (FMSCI) ने एफआईए (FIA) डब्ल्यूएमएससी (WMSC) उम्मीदवारी के पद के लिए केवल एक नामांकन भेजने का फैसला किया, जबकि वह कई नामांकन भेज सकती थी. मोहम्मद बेन सुलायेम की सूची में कोई दूसरा नाम नहीं भेजा गया था, जो आज एफआईए (FIA) अध्यक्ष चुने गए हैं. दुर्भाग्य से भारत जो में तीन दशकों से अधिक समय से प्रतिनिधित्व कर रहा है, अब डब्ल्यूएमएससी में प्रतिनिधित्व नहीं कर पाएगा'.
चंडोक ने कहा, 'मैं अपने अच्छे दोस्त मोहम्मद को एफआईए (FIA) अध्यक्ष के रूप में चुने जाने पर बधाई देना चाहता हूं जो अभूतपूर्व है और दिखाता है कि काउंसिल में विविधता रहेगी'. FMSCI के अध्यक्ष इब्राहिम ने कहा कि फेडरेशन के FIA के साथ अच्छे संबंध हैं और उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि WMSC में प्रतिनिधित्व के बिना भी भारत के हित प्रभावित नहीं होंगे.