
टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रचने वाले जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा अब अपने अगले मिशन में जुट गए हैं. इसके लिए नीरज ने हर तरह से तैयारी शुरू कर दी है. यह अगला मिशन पेरिस ओलिंपिक 2024 है.
टोक्यो के बाद अब नीरज चोपड़ा पेरिस में भी भारतीय झंडा फहराने की तैयारी में हैं. उनकी तैयारी को देखकर इसकी उम्मीदें काफी बढ़ भी गई हैं. नीरज ने टोक्यो ओलंपिक में अपने दूसरे प्रयास में 87.58 मीटर का थ्रो फेंककर गोल्ड मेडल जीता था.
इसी को लेकर अब नीरज ने अपने कोच क्लॉस बार्टोनिट्ज (Klaus Bartonietz) के साथ अपना कॉन्ट्रेक्ट पेरिस ओलिंपिक 2024 तक के लिए बढ़ा दिया है. मतलब अब नीरज अपने जर्मनी के कोच क्लॉस के साथ ट्रेनिंग जारी रख सकेंगे. इस बात की जानकारी एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (AFI) ने दी है.
नीरज ने ही Bartonietz को कोच बनाने की इच्छा जताई थी
दरअसल, नीरज चोपड़ा ने खुद ही यह इच्छा जताई थी. वे चाहते थे कि अगले ओलिंपिक तक जर्मनी के क्लॉस बार्टोनिट्ज ही कोच बने रहें. AFI ने बताया कि उन्होंने नीरज चोपड़ा की इस मांग को मान लिया है. वहीं, AFI ने बताया कि 400 मीटर की कोच गैलिना बुखारीना भी एशियन गेम्स तक कोचिंग का पदभार संभाले रखेंगी.
यह एशियन गेम्स इसी साल चीन के हांगझोऊ में होंगे. बुखारीना की कोचिंग में ही नोआ निर्मल टॉम, मोहम्मद अनस याहिया, अमोज जैकब और अरोकिया राजीव ने पुरुषों की 4*400 मीटर रिले टीम ने टोक्यो ओलिंपिक में नया एशियाई रिकॉर्ड कायम किया था.
2018 में नीरज को कोच बने थे Klaus Bartonietz
बता दें कि 2018 तक नीरज चोपड़ा के कोच जर्मनी के ही वर्ल्ड रिकॉर्डधारी Uwe Hohn हुआ करते थे. इसी दौरान कोहनी की चोट के चलते नीरज चोपड़ा खुद को पटरी पर लाने की कोशिश कर रहे थे. इसी दौरान जेवलिन थ्रोअर नीरज के कोच के रूप में Uwe Hohn की जगह उनके ही देश के Klaus Bartonietz को नियुक्त किया गया था.