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PT Usha IOA President: उड़न परी पीटी उषा को बड़ी जिम्मेदारी, भारतीय ओलंपिक संघ की बनीं अध्यक्ष

महान धाविका पीटी उषा भारतीय ओलंपिक संघ की निर्विरोध अध्यक्ष निर्वाचित हुई हैं. पीटी उषा आईओए के 95 साल के इतिहास में अध्यक्ष बनने वाली पहली ओलंपियन हैं. उषा देश की सबसे सफल एथलीटों में से एक रही हैं और उन्होंने एशियन गेम्स में चार स्वर्ण सहित 11 पदक जीते थे. पीटी उषा को इसी साल राज्यसभा के लिए नॉमिनेट किया गया था.

पीटी उषा (PTI) पीटी उषा (PTI)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 27 नवंबर 2022,
  • अपडेटेड 11:41 PM IST

महान धाविका पीटी उषा भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) की नई अध्यक्ष चुनी गई हैं. IOA चुनावों के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की समय सीमा 27 नंवबर (रविवार) को समाप्त हो गई. चूंकि अध्यक्ष पद के लिए केवल पीटी उषा ने ही नामांकन भरा था ऐसे में उन्हें निर्विरोध अध्यक्ष चुना गया. देखा जाए तो आईओए के 95 साल के इतिहास में पीटी उषा अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभालने वाली पहली ओलंपियन हैं. इसके साथ ही पीटी उषा महाराजा यादविंदर सिंह के बाद आईओए के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभाले वाली पहली खिलाड़ी भी हैं. यादविंदर ने 1934 में एक टेस्ट मैच खेला था और फिर 1938 में आईओए प्रमुख भी बने थे.

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केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने पीटी उषा को आईओए का अध्यक्ष चुने जाने पर बधाई दी है. किरेन रिजिजू ने ट्विटर पर लिखा, 'पीटी उषा को भारतीय ओलंपिक संघ का अध्यक्ष चुने जाने पर बधाई.  मैं अपने देश के सभी स्पोर्टिंग हीरोज को भी IOA के पदाधिकारी बनने पर बधाई देता हूं. देश को उन पर गर्व है.'

पीटी उषा के साथ ही टीम के 14 अन्य लोगों ने रविवार विभिन्न पदों के लिए नामांकन पत्र दाखिल किया था. 10 तारीख को होने वाले आईओए के चुनाव में उपाध्यक्ष (महिला), संयुक्त सचिव (महिला) के पद के लिए मुकाबला होगा. कार्यकारिणी परिषद के चार सदस्यों के लिए 12 प्रत्याशी मैदान में हैं. आईओए में एक वरिष्ठ उपाध्यक्ष, दो उपाध्यक्ष (एक पुरुष और एक महिला), एक कोषाध्यक्ष, दो संयुक्त सचिव (एक पुरुष और एक महिला), छह अन्य कार्यकारी परिषद सदस्यों के लिए भी चुनाव होंगे. इनमें से दो (एक पुरुष और एक महिला) निर्वाचित 'एसओएम' से होंगे. कार्यकारी परिषद के दो सदस्य (एक पुरुष और एक महिला) एथलीट आयोग के प्रतिनिधि होंगे.

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एशियन गेम्स में की थी पदकों की बरसात

उषा को 'पय्योली एक्सप्रेस' के नाम से भी जाना जाता है और वह देश की सबसे सफल एथलीटों में से एक हैं. उषा ने साल 1982 से 1994 तक एशियाई खेलों में चार स्वर्ण सहित 11 पदक जीते. उन्होंने 1986 के सियोल एशियाई खेलों में सभी चार स्वर्ण (200 मीटर, 400 मीटर, 400 मीटर बाधा दौड़ और चार गुणा 400 मीटर रिले) पदकों के साथ ही 100 मीटर में रजत भी जीता था. उषा ने 1982 नई दिल्ली एशियाई खेलों में 100 मीटर और 200 मीटर में पदक जीते. कुल मिलाकर उन्होंने 1983 से 1998 तक एशियाई चैम्पिपियनशिप में कुल 23 पदक जीते.

ओलंपिक में पदक जीतने से चूक गई थीं उषा

उषा को लॉस एंजिल्स ओलंपिक 400 मीटर बाधा दौड़ के फाइनल में पदक से चूकने के लिए सबसे ज्यादा याद किया जाता है, जहां वह रोमानिया की क्रिस्टियाना कोजोकारू के हाथों सेकंड के सौवें हिस्से से पिछड़ गई थीं. आईओए के चुनाव सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त सेवानिवृत्त न्यायाधीश एल नागेश्वर राव की देखरेख में तैयार किए गए नए संविधान के तहत हो रहे हैं. आईओए ने अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति से मंजूरी मिलने के बाद 10 नवंबर को नया संविधान अपनाया था. आईओए के 77 सदस्यीय निर्वाचन मंडल में लगभग 25 प्रतिशत पूर्व एथलीट हैं जिनमें ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधु, गगन नारंग, साक्षी मलिक, योगेश्वर दत्त सहित वर्तमान और पूर्व खिलाड़ी शामिल हैं.

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