
PV Sindhu Commonwealth Games 2022: भारत की बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधु ने कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में धमाल कर दिया है. उन्होंने सिंगल्स फाइनल मुकाबले में कनाडा की वर्ल्ड नंबर-13 मिशेल ली लगातार दो गेम में करारी शिकस्त दी है. दुनिया की नंबर-7 शटलर पीवी सिंधु ने पहला गेम 21-15 से जीता था.
पहले गेम में मिशेल ने सिंधु को थोड़ी टक्कर दी थी, लेकिन दूसरे गेम में सिंधु ने उन्हें कोई मौका नहीं दिया. दूसरा गेम भारत की स्टार शटलर ने 21-13 से जीत लिया. इसके साथ ही सिंधु ने कॉमनवेल्थ गेम्स के सिंगल्स में अपना यह पहला गोल्ड जीता है. पदक तालिका में भारत अब चौथे स्थान पर आ गया है. भारत के खाते में अब तक 20 गोल्ड, 15 सिल्वर और 22 ब्रॉन्ज आ चुके हैं.
सिंधु vs मिशेल
पहला गेम: 21-15 से सिंधु जीतीं
दूसरा गेम: 21-13 से सिंधु जीतीं
सिंधु ने पहली बार जीता कॉमनवेल्थ गोल्ड
दो बार की ओलिंपिक चैम्पियन पीवी सिंधु ने कॉमनवेल्थ गेम्स के पिछले दो सीजन में 2014 में ब्रॉन्ज और 2018 सिल्वर मेडल जीता था. सिंधु ने इसी सीजन में मिक्स्ड टीम इवेंड में सिल्वर मेडल जीता है. जबकि 2018 कॉमनवेल्थ में सिंधु ने मिक्स्ड टीम इवेंड में गोल्ड जीता था.
सिंधु ने अब तक मिशेल को 9 मैच में हराया
इससे मैच से पहले पीवी सिंधु और मिशेल ली एक-दूसरे के खिलाफ 10 बार आमने-सामने आए थे. इसमें पीवी सिंधु ने 8 बार मुकाबला जीता, जबकि दो बार मिशेल को जीत मिली थी. अब सिंधु ने 9वीं बार मिशेल को शिकस्त दी है. स्टार भारतीय शटलर पीवी सिंधु का इस बार भी शानदार खेल रहा है. कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 के सेमीफाइनल में पीवी सिंधु ने सिंगापुर की वाय जिया मिन को हराया था. इस मुकाबले को सिंधु ने 21-19, 21-17 से अपने नाम किया था.
मिशेल के खिलाफ हार का बदला भी चुकता किया
स्टार शटलर सिंधु ने 2014 ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों के सेमीफाइनल में मिशेल के खिलाफ हार का बदला भी चुकता कर दिया. सिंधु ने 2014 में कांस्य पदक जीता था, जबकि मिशेल स्वर्ण पदक जीतने में सफल रहीं थी.
सिंधु मौजूदा खेलों में रजत पदक जीतने वाली भारत की मिश्रित टीम का भी हिस्सा थीं, जिसे फाइनल में मलेशिया के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था.
फाइनल में सिंधु के बाएं पैर में पट्टी बंधी थी
फाइनल में सिंधु के बाएं पैर में पट्टी बंधी थी, जिससे कुछ हद तक उनकी मूवमेंट प्रभावित हुई और इसका असर उनके प्रदर्शन पर भी दिखा. उन्होंने कुछ मौकों पर मिशेल को आसान अंक बनाने का मौका दिया. सिंधु ने रैली में बेहतर प्रदर्शन किया और उनके ड्रॉप शॉट भी दमदार थे. मिशेल ने काफी सहज गलतियां कीं जिसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ा.
भारत का बर्मिंघम खेलों की बैडमिंटन प्रतियोगिता का यह चौथा पदक है. इससे पहले मिश्रित टीम के रजत पदक के अलावा किदांबी श्रीकांत ने पुरुष एकल, जबकि त्रिशा जॉली और गायत्री गोपचंद की जोड़ी ने महिला युगल में कांस्य पदक जीते.
मेडल टैली में भारत का ये हाल
भारत ने 10वें दिन यानी रविवार को कुल 15 मेडल हासिल किए थे. 11वें दिन भारत ने गोल्ड से खाता खोला है. इसके साथ भारत अब मेडल टैली में चौथे स्थान पर आ गया है. भारत के नाम 20 गोल्ड, 15 सिल्वर एवं 22 ब्रॉन्ज मेडल हैं.