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कुश्ती संघ और पहलवानों के बीच एक बार फिर ठन गई है. ढाई महीने पहले पहलवानों (बजरंग पूनिया, विनेश फौगाट और साक्षी मलिक) ने कुश्ती WFI अध्यक्ष ब्रजभूषण पर संगीन आरोप लगाए थे. रविवार को एक बार फिर पहलवानों ने अपने उन्हीं आरोपों को दोहराया है, साथ ही जंतर-मंतर से धरने का ऐलान भी किया है. शाम चार बजे हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में विनेश फोगाट, साक्षी और बजरंग पूनिया के साथ बैठ पहलवानों ने कुश्ती फेडरेशन के खिलाफ हुंकार भरी और ऐलान किया कि जब तक न्याय नहीं मिल जाता, वह यहां जंतर-मंतर पर रहेंगे.
पत्रकारों से बात करते हुए पहलवान साक्षी मलिक ने कहा कि सात पहलवान लड़कियों ने शिकायत दी है, लेकिन उनकी शिकायत पर FIR नहीं की जा रही है. पुलिस अधिकारी सोमवार को बात करने को कह रहे हैं और लगातार इस मामले में देरी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि, यह इतना सेंसेटिव केस है, लेकिन इसमें देरी क्यों हो रही है, यह समझ से परे है. उन्होंने कहा, पहले लगाए गए आरोपों की जांच के लिए कमेटी बैठाई गई थी, लेकिन कमेटी ने क्या जांच की और उस जांच में क्या निष्कर्ष निकला, ये अभी सामने नहीं आया है.
'मंत्रालय और कमेटी से न वक्त मिल रहा, न जवाब'
इस दौरान तीनों प्रमुख पहलवानों से पूछा गया कि मामला सेंसेटिव क्यों है? इसके जवाब में साक्षी ने कहा कि, पहलवानों के शोषण का मामला है. आप समझ ही रहे हैं कि हैरेसमेंट का केस अपने आप में कितना सेंसेटिव है. एक लड़की का मामला है तो कितना सेंसेटिव हो सकता है. वहीं, विनेश फोगाट ने कहा कि खिलाड़ी कह रहे हैं कि हैरेसमेंट हो रहा है, तीन महीने से मेंटल टॉर्चर से जूझ रहे हैं. हम नहीं सुरक्षित हैं तो फिर कौन सुरक्षित है. मंत्रालय और कमेटी से तीन महीने से जवाब मांगने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन न वक्त मिल रहा है और न ही जवाब.
न्याय मिलने तक जंतर-मंतर पर ही रहेंगे: पहलवान
उन्होंने WFI अध्यक्ष ब्रजभूषण के लिए कहा कि नहीं पता उनको बचाने के लिए कौन लोग उनका साथ दे रहे हैं. अब जब तक हमें न्याय नहीं मिल जाता, हम इधर ही रहेंगे, इधर ही सोएंगे. बजरंग पूनिया ने भी कहा कि तीन महीने से कोशिश कर रहे हैं, लेकिन कोई जवाब नहीं आया. इसी बीच विनेश फोगाट भावुक हो गईं और रोने लगीं.
इसके बाद साक्षी मलिक ने कहा, हमें पहले भी भरोसा था, अभी भी भरोसा है कि हमें न्याय मिलेगा. इसीलिए हम जनता के सामने आए हैं. पीएम मोदी से भी गुहार है कि वे हमारी सुनें, हम बस इतना चाहते हैं कि कुश्ती सुरक्षित हाथों में जाएं. हमारी शिकायत पर कार्रवाई नहीं हो रही है, उस पर कार्रवाई हो. इतने दिनों में लोगों ने आरोप लगाने शुरू कर दिया है कि हम खत्म (खेल से) हो चुके हैं. उन्होंने अपील करते हुए कहा, हमें झूठे साबित मत करो.
'कुश्ती संघ अध्यक्ष का नारको टेस्ट हो'
कमेटी की रिपोर्ट से जुड़े एक और प्रश्न के जवाब में विनेश फोगाट ने कहा कि, कमेटी की रिपोर्ट सबमिट हो गई, लेकिन रिपोर्ट में क्या है कमेटी को बताना चाहिए. कमेटी क्या कर रही है, क्या नहीं हमें नहीं पता. जब उनसे पूछा गया कि पीड़ित इस बारे में क्या कहते हैंतो विनेश ने कहा, हैरेसमेंट वाला क्या बोलता है, वो खुद को दोषी मान रहे हैं. हमें नहीं पता कमेटी क्या कर रही है. कमेटी -मंत्रालय में क्या बात हुई ये भी हमें नहीं पता. उन्होंने कुश्ती संघ के अध्यक्ष ब्रजभूषण के नारको टेस्ट की मांग भी की है. विनेश फोगाट ने कहा, कुश्ती के परिवार से हैं हम, हम जंतर-मंतर पर मरेंगे, पूरा देश देखे तो सही.
महिला आयोग ने दिल्ली पुलिस को जारी किया नोटिस
दिल्ली महिला आयोग (DCW) की अध्यक्ष ने महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न के मामले में FIR दर्ज न करने पर दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी कर दिया है. महिला पहलवानों ने आयोग से शिकायत की है कि उन्होंने 2 दिन पहले दिल्ली पुलिस को लिखित शिकायत दी थी, लेकिन अभी तक एफआईआर दर्ज नहीं की गई है.
बृजभूषण सिंह के खिलाफ आरोपों की जांच के लिए खेल मंत्रालय द्वारा गठित समिति ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है. जानकारी के मुताबिक पहलवान आज शाम 4 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे. इसके बाद वह अपना धरना शुरू करेंगे. इससे पहले जनवरी में महिला पहलवानों ने बृजभूषण सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया था.
पहलवानों ने लगाए हैं ये आरोप
पहलवानों का आरोप था कि रेसलर फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह ने अपशब्दों का प्रयोग किया था और खिलाड़ियों को गाली भी दी थी. पहलवानों ने कहा था कि हम यहां खेलने आए हैं. वो विशेष रूप से खिलाड़ी और राज्य को टारगेट कर रहे हैं.
विनेश फोगाट ने रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष पर महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया था. उन्होंने कोच को लेकर भी कहा कि वे यौन उत्पीड़न करते हैं. मैंने आवाज उठाई थी. WFI अध्यक्ष महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न करते हैं. पहलवानों का कहना था कि वे इस लड़ाई को अंत तक लड़ेंगे.
जनवरी में जंतर-मंतर पर प्रदर्शन के दौरान पहलवानों ने कहा था कि हम आज यहां सारे पहलवान आए हैं. जो हम लोगों के साथ किया जा रहा है, वो आगे नहीं होने देंगे. जो मेंटल हैरेशमेंट हो किया जा रहा है, वो नहीं होने देंगे. बजरंग पुनिया ने कहा था कि महासंघ द्वारा हमें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है. फेडरेशन द्वारा एक दिन पहले ही नियम बना लिए जाते हैं. सारी भूमिका प्रेसिडेंट निभा रहे हैं. प्रेसिडेंट हमसे गाली-गलौज करते हैं.
(रिपोर्ट- नितिन)