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Wrestlers Protest: ओलंप‍िक संघ का बड़ा फैसला, कुश्ती महासंघ के अध‍िकारियों पर लगाया 'प्रत‍िबंध'

भारतीय ओलंपिक संघ ने एक अहम फैसला किया हैं. आईओए (IOA) ने भारतीय कुश्ती महासंघ के सभी निवर्तमान अधिकारियों को डब्ल्यूएफआई (WFI) के संचालन के संबंध में किसी भी प्रशासनिक कार्य को करने से तत्काल प्रभाव से प्रतिबंधित कर दिया है.

जंंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे हैं पहलवान (पीटीआई/फाइल फोटो) जंंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे हैं पहलवान (पीटीआई/फाइल फोटो)
aajtak.in
  • नई दिल्ली ,
  • 13 मई 2023,
  • अपडेटेड 1:38 PM IST

भारतीय ओलंपिक संघ (Indian olympic association ) ने एक बड़ा फैसला किया हैं. आईओए (IOA) ने भारतीय कुश्ती महासंघ (Wrestling Federation of India) के सभी निवर्तमान अधिकारियों को डब्ल्यूएफआई (WFI)  के संचालन में किसी भी प्रशासनिक कार्य को करने से तत्काल प्रभाव से प्रतिबंधित कर दिया है. IOA ने इसे लेकर एक ऑर्डर जारी किया है.  

भारतीय ओलंपिक संघ (IOA)  का ताजा फैसला जंतर-मंतर पर चल रहे है पहलवानों के प्रदर्शन के बाद बेहद अहम माना जा रहा है. ध्यान रहे इससे पहले एक एडहॉक कमेटी बनाई गई थी. जो हर दिन WFI के होने वाले फंक्शन पर नजर रख रही थी, यही कमेटी आने वाले समय में WFI के चुनाव भी करवाएगी. 

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क्या है IOA के आदेश में 

इस मामले में IOA ने एक आदेश जारी किया है.12 मई को जारी किए  IOA के आदेश में खेल मंत्रालय के 24 अप्रैल के जारी पत्र का हवाला दिया गया. खेल मंत्रालय ने IOA से एडहॉक कमेटी बनाने का आदेश दिया था. ताकि WFI से जुड़े काम, इसकी एग्जीक्यूटिव काउंस‍िल के चुनाव किए जा सकें.

इसके बाद 27 अप्रैल को IOA की एग्जीक्यूटिव काउंस‍िल की इमरजेंसी मीटिंग 27 अप्रैल को हुई. जिसके बाद यह तय हुआ कि WFI का काम एडहॉक कमेटी देखेगी. IOA ने इस मामले में 3 मई 2023 को आदेश जारी किया. 

जिसके बाद इस एडहॉक कमेटी में भूपेंदर सिंह बाजवा (IOA एग्जीक्यूटिव काउंस‍िल मेंबर), सुमा श‍िरूर (स्पोर्ट्सपर्सन ऑफ आउटस्टैंडिंग मेरिट ऑफ आईओए) को शामिल किया गया. वहीं इस कमेटी में एक रिटायर्ड जज जोकि सुप्रीम कोर्ट या हाईकोर्ट का हो, उसको भी शामिल करने के लिए कहा गया था. ताकि WFI के चुनाव पारदर्शी रूप में किए जा सकें.

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IOA की एक्ट‍िंग CEO और ज्वाइंट सेक्रेटरी कल्याण चौबे ने इस ऑर्डर को जारी किया. उन्होंने इस ऑर्डर के हवाले से कहा कि एडहॉक कमेटी ने काम करना शुरू कर दिया है. इसी के तहत WFI से जुड़े निवर्तमान अध‍िकारियों को किसी भी तरह के कामकाज करने से रोक लगाने का आदेश दिया है. इन अध‍िकारियों से कहा गया है कि वह ऑफिस के दस्तावेज, वेबसाइट मैनेजमेंट, वित्तीय कामों से जुड़ी चीजें चीजें, लॉगिन डिटेल्स एडहॉक कमेटी को सुपुर्द कर दें. 


जब व‍िवादों में आए कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष 

दरअसल, कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर यौनशोषण के आरोप लगे हैं. इसके बाद उन पर एफआईआर दर्ज की गई थी. वहीं जंतर-मंतर पर जुटे पहलवान चाहते हैं कि इस मामले में बृजभूषण की गिरफ्तारी होनी चाहिए. बृजभूषण लगातार इस मामले में सफाई दे रहे हैं. वह कई वीडियोज जारी कर खुद को इस मामले में बेगुनाह बता चुके हैं. 


18 जनवरी को बृजभूषण पर लगे थे आरोप 

18 जनवरी 2023 को कुश्ती महासंघ और पहलवानों का ये विवाद सामने आया था. जंतर-मंतर पर विनेश फोगाट, बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक समेत कई दिग्गज पहलवान इकट्ठा हुए थे. उस दिन शाम 4 बजे कुश्ती खिलाड़ियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी और कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर गंभीर आरोप लगाए थे. 

 

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