
Neeraj Chopra Paris Olympics 2024: 7 अगस्त 2021 की तारीख... ये वो तारीख थी जब टोक्यो ओलंपिक में नीरज ने 87.58 मीटर का थ्रो किया था और भारत को गोल्ड मेडल दिलाया. वह रातो-रात भारत के सबसे बड़े स्टार एथलीट बन गए. यह भारत के एथलेटिक्स (ट्रैक एंड फील्ड) इतिहास में पहला गोल्ड मेडल था. यही नीरज ही थे जिनके गोल्ड मेडल के कारण भारत में जैवलिन का क्रेज आया. नीरज के बाद किशोर जेना, डीपी मनु जैसे जैवलिन थ्रोअर भी सामने आए. किशोर जेना ने पेरिस ओलंपिक के लिए भी कोटा हासिल किया, पर वो फाइनल राउंड में जगह बनाने से चूक गए.
नीरज से पहले कई बार ऐसे मौके आए जब भारत एथलेटिक्स (ट्रैक एंड फील्ड) में मेडल जीतने के करीब आय. मिल्खा सिंह (रोम ओलंपिक 1960) में 400 मीटर की रेस में चौथे स्थान पर रहे. वह तब 0.1 सेकंड के मामूली मार्जिन से मेडल मिस कर गए थे.
वहीं, पीटी उषा 1984 के लॉस एंजिल्स ओलंपिक में एथलेटिक्स में मेडल जीतने के करीब थीं. वह 400 मीटर हर्डल्स फाइनल में चौथे स्थान पर रहीं और ब्रॉन्ज मेडल से महज 1/100 सेकंड से चूक गईं थीं. जब नीरज ने टोक्यो में गोल्ड मेडल हासिल किया तो उन्होंने भारत को इस बात की उम्मीद दी कि भारत के एथलीट में भी दम है.
नीरज चोपड़ा ने जब टोक्यो में गोल्ड मेडल जीता तो उन्होंने मिल्खा सिंह के सपने को साकार किया था, नीरज के गोल्ड जीतने से चंद महीने पहले ही 'फ्लाइंग सिख' मिल्खा सिंह का निधन हो गया था. मिल्खा जब तक जीवित रहे तब तक उनका यही सपना था कि कोई भारतीय एथलेटिक्स (ट्रैक एंड फील्ड) में मेडल जीते.
वैसे नीरज ने पेरिस में सिल्वर मेडल जीता और इतिहास अपने नाम किया, क्योंकि वह बैक टू बैक इंडीविजुअल इवेंट में गोल्ड और सिल्वर मेडल जीतने वाले भारत के पहले खिलाड़ी हैं.
8 अगस्त 2024 को पेरिस नीरज ने 89.45 मीटर दूर भाला फेंककर भारत को सिल्वर मेडल दिलाया. वहीं, पाकिस्तान के अरशद नदीम ने ने 92.97 मीटर दूर भाला फेंका और गोल्ड झटक लिया. जबकि इस इवेंट का ब्रॉन्ज मेडल ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स ने 88.54 मीटर जैवलिन फेंककर अपने नाम किया.
नीरज ने इससे पहले टोक्यो ओलंपिक में 87.58 मीटर दूर भाला फेंककर गोल्ड मेडल अपने नाम किया था. मगर इस बार पेरिस में उन्होंने टोक्यो के थ्रो से भी ज्यादा दूर भाला फेंका, पर उन्हें सिल्वर मेडल मिला. हालांकि उन्होंने अपना ओलंपिक रिकॉर्ड जरूर सुधार लिया. अब नीरज के सामने चुनौती यह है कि वह 90 मीटर का बैरियर कब पार करेंगे. क्योंकि पाकिस्तानी अरशद नदीम ने 92.97 मीटर फेंककर ओलंपिक रिकॉर्ड बना लिया है.
जैवलिन थ्रो का वर्ल्ड रिकॉर्ड चेक गणराज्य के खिलाड़ी के नाम दर्ज है. तीन बार के वर्ल्ड चैम्पियन और ओलंपिक चैम्पियन, चेक गणराज्य के दिग्गज एथलीट जान जेलेजनी (Jan ZELEZNY ) ने जर्मनी में एक एथलेटिक्स प्रतियोगिता के दौरान 1996 में 98.48 मीटर का थ्रो करके वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज किया था. जो आज तक कायम है.
नीरज चोपड़ा के नाम हैं ये मेडल
नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने के बाद भी अपना जलवा कायम रखा. उन्होंने हांगझोऊ एशियन गेम्स 2023 और बुडापेस्ट वर्ल्ड एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में भी गोल्ड मेडल जीता था.
- पेरिस ओलंपिक 2024- सिल्वर मेडल
- हांगझोऊ एशियन गेम्स 2023- गोल्ड मेडल
- बुडापेस्ट वर्ल्ड एथलेटिक्स चैम्पियनशिप- गोल्ड मेडल
- टोक्यो ओलंपिक 2020- गोल्ड मेडल
- जकार्ता एशियन गेम्स 2018- गोल्ड मेडल
- गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स 2018- गोल्ड मेडल
- एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2017- गोल्ड मेडल
- वर्ल्ड U-20 एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2016- गोल्ड मेडल
- साउथ एशियन गेम्स 2016- गोल्ड मेडल
- एशियन जूनियर चैंपियनशिप 2016- सिल्वर मेडल
नीरज के बाद किशोर जेना और डीपी मनु उभरे
नीरज चोपड़ा के बाद भारत में उभरने वाले जैवलिन थ्रोअर की बात करें तो उनमें किशोर जेना और डीपी मनु का नाम है. किशोर जेना ने हांगझोऊ एशियाड में सिल्वर मेडल जीता था. 4 अक्टूबर 2023 को उन्होंने हांगझोऊ एशियन गेम्स में 87.54 मीटर के रिकॉर्ड थ्रो के साथ सिल्वर मेडल जीता था. वह पेरिस ओलंपिक के क्वालिफाइंग राउंड तक पहुंचे थे. लेकिन वह 80.73 मीटर दूर ही जैवलिन फेंक सके, इस तरह वह फाइनल के लिए क्वालिफाई करने के लिए 84 मीटर के टारगेट (या टॉप 12 खिलाड़ी) से चूक गए.
वहीं,स डीपी मनु की बात करें तो उन्होंने बर्मिंघम में 2022 कॉमनवेल्थ गेम्स में जैवलिन थ्रो में पांचवें स्थान पर थे. 2022 में कुल मिलाकर उन्होंने इवेंट में पांच में 80 मीटर से अधिक दूरी जैवलिन फेंका. जुलाई 2023 में उन्होंने बैंकॉक में आयोजित एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप में रजत जीतने के लिए 81 मीटर से अधिक दूरी तक जैवलिन फेंका था. उन्हें अगस्त 2023 में बुडापेस्ट में 2023 वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप के लिए चुना गया था. उन्होंने 81.31 मीटर थ्रो के साथ फाइनल के लिए क्वालीफाई किया, फिर 84.14 मीटर फेंककर छठा स्थान हासिल किया था.
यानी एक बात तो साफ है नीरज की टोक्यो ओलंपिक के गोल्ड मेडल ने भारत के लिए एथलेटिक्स में उम्मीदों के दरवाजे खोल दिए हैं.