
भारतीय रेसलर विनेश फोगाट को पेरिस ओलंपिक में 100 ग्राम वजन ज्यादा होने के कारण अयोग्य घोषित कर दिया गया था. उनका मामला फिलहाल CAS में है जिस पर 13 अगस्त को फैसला सुनाया जाएगा. इस पूरे विवाद पर अब भारतीय ओलिंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी उषा ने कहा है कि वजन को नियंत्रित करने की जिम्मेदारी एथलीट की है. इसके लिए मेडिकल टीम पर हमला करना ठीक नहीं है.
विनेश ने लिया संन्यास
विनेश ने 50 किग्रा फ्रीस्टाइल कुश्ती के फाइनल में एंट्री कर सिल्वर मेडल पक्का कर लिया था, मगर मेडल मैच से ठीक पहले 100 ग्राम वजन ज्यादा होने की वजह से उन्हें डिसक्वॉलिफाई कर दिया गया था. इसके बाद विनेश ने सोशल मीडिया पर एक भावुक पोस्ट शेयर कर संन्यास की घोषणा की थी. विनेश फोगाट के डिसक्वॉलिफिकेशन के बाद एक वर्ग IOA की मेडिकल टीम, खासकर डॉ दिनशॉ पारदीवाला और उनकी टीम पर निशाना साध रहा है और लापरवाही का आरोप लगा रहा है.
'नतीजे पर पहुंचने से पहले विचार करें'
पीटी उषा ने इस पर कहा, 'कुश्ती, वेटलिफ्टिंग, बॉक्सिंग, जूडो जैसे खेलों में एथलीट्स के वेट मैनेजमेंट की जिम्मेदारी हर एथलीट और उसके कोच की है, न कि IOA के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. दिनशॉ पारदीवाला और उनकी टीम की.' उन्होंने कहा, 'IOA की मेडिकल टीम, खासकर डॉ. पारदीवाला के प्रति घृणा अस्वीकार्य है.' पीटी उषा ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि लोग 'किसी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले सभी तथ्यों पर विचार करेंगे'.
पीटी उषा ने कहा, 'पेरिस ओलिंपिक में हर भारतीय एथलीट के पास इस तरह के खेल में अपनी खुद की सहायता टीम थी. ये टीमें कई साल से एथलीट्स के साथ काम कर रही हैं. IOA ने कुछ महीने पहले एक मेडिकल टीम नियुक्त की थी, जो प्रतियोगिता के दौरान और बाद में एथलीट्स की रिकवरी और चोट प्रबंधन में मदद करेगी. इस टीम को उन एथलीट्स की मदद के लिए भी बनाया गया था जिनके पास न्यूट्रिशनिस्ट और फिजियोथेरेपिस्टों की अपनी टीमें नहीं थी.'
क्या है CAS जहां विनेश ने की अपील?
विनेश ने कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) में अपील की है, जिसमें मांग की गई है कि उन्हें क्यूबा की पहलवान युस्नेलिस गुज़मैन लोपेज़ के साथ संयुक्त रजत पदक दिया जाए, जो भारतीय से हार गई थी, लेकिन बाद में हरियाणा की पहलवान के अयोग्य होने के बाद फाइनल में पहुंच गई थी.
कोर्ट ऑफ अर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट Court of Arbitration for Sport (CAS) दुनिया भर में खेलों के लिए बनाई गई एक स्वतंत्र संस्था है. इसका काम खेल से जुड़े सभी कानूनी विवादों का निपटारा करना है. 1984 में स्थापित अंतरराष्ट्रीय निकाय काम खेल से संबंधित विवादों को मध्यस्थता के माध्यम से निपटाते का काम करता है. इसका मुख्यालय लॉजेन , स्विटजरलैंड में है और इसकी अदालतें न्यूयॉर्क शहर, सिडनी और लॉजेन में स्थित हैं. अस्थायी अदालतें वर्तमान ओलंपिक मेजबान शहरों में भी स्थापित की जाती हैं.