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50 ग्राम वजन ज्यादा होने पर ओलंपिक से बाहर हो गया था गोल्ड मेडलिस्ट, अब विनेश को दी ये सलाह

पुरुषों की 57 किग्रा फ्रीस्टाइल स्पर्धा में गोल्ड मेडलिस्ट हिगुची को तीन साल पहले टोक्यो ओलंपिक के क्वालीफायर से केवल 50 ग्राम अधिक वजन होने के कारण बाहर कर दिया गया था. वह अंततः एक प्लेऑफ मुकाबला भी हार गए और उस समय भी उच्च श्रेणी के होने के बावजूद अपने घरेलू ओलंपिक में प्रतिस्पर्धा नहीं कर सके.

जापानी ओलंपिक चैंपियन हिगुची ने विनेश को सपोर्ट किया है जापानी ओलंपिक चैंपियन हिगुची ने विनेश को सपोर्ट किया है
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 10 अगस्त 2024,
  • अपडेटेड 8:02 PM IST

पेरिस ओलंपिक में भारत की स्टार रेसलर विनेश फोगाट को तगड़ा झटका लगा. 50 किलो वर्ग कुश्ती के फाइनल से कुछ घंटे पहले ही उन्हें सिर्फ 100 ग्राम अधिक वजन होने के चलते अयोग्य करार दे दिया गया. दुनियाभर से विनेश को सपोर्ट मिल रहा है. इस क्रम में जापान ओलंपिक चैंपियन री हिगुची ने भी विनेश को सपोर्ट करते हुए कहा है कि वह उनका दर्द समझ सकती हैं, क्योंकि उन्हें भी क्वालीफायर से केवल 50 ग्राम अधिक होने के कारण बाहर कर दिया गया था.

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दरअसल, पुरुषों की 57 किग्रा फ्रीस्टाइल स्पर्धा में गोल्ड मेडलिस्ट हिगुची को तीन साल पहले टोक्यो ओलंपिक के क्वालीफायर से केवल 50 ग्राम अधिक वजन होने के कारण बाहर कर दिया गया था. वह अंततः एक प्लेऑफ मुकाबला भी हार गए और उस समय भी उच्च श्रेणी के होने के बावजूद अपने घरेलू ओलंपिक में प्रतिस्पर्धा नहीं कर सके.

'मैं आपका दर्द अच्छी तरह समझता हूं'

पेरिस ओलंपिक में हिगुची ने 57 किग्रा फ्रीस्टाइल श्रेणी के सेमीफाइनल में भारत के अमन सेहरावत को हराकर गोल्ड मेडल जीता है. इससे पहले उन्होंने 2016 रियो ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीता था. उन्होंने विनेश फोगाट का सपोर्ट करते हुए कहा है कि असफलताओं से उबरना सबसे खूबसूरत चीज है. उन्होंने विनेश की कुश्ती से रिटायरमेंट की घोषणा पर टिप्पणी करते हुए एक्स पर लिखा, "मैं आपका दर्द सबसे अच्छी तरह समझता हूं. वही 50 ग्राम. अपने आस-पास की आवाज़ों की चिंता मत करो. जीवन चलता रहता है. असफलताओं से उबरना सबसे खूबसूरत चीज है. अच्छी तरह आराम करो," 

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हिगुची ने जंक फूड को बताया था जिम्मेदार

पेरिस में गोल्ड जीतने के बाद हिगुची ने 'जापान न्यूज़' से बात करते हुए टोक्यो में मिली निराशा को याद किया और इसके लिए उस समय जंक फूड के प्रति अपने शौक को दोषी ठहराया. उन्होंने कहा, "मैं एक झटके और निराशा से गुजरा हूं, लेकिन मैं खुद पर विश्वास करके सफल होने में कामयाब रहा. फिर भी, मुझे नहीं लगता कि मैं अकेले अपने प्रयासों से गोल्ड मेडल जीत सकता था." 

विनेश ने अयोग्यता के खिलाफ CAS दायर की है याचिका

बता दें कि 29 वर्षीय विनेश ने सेमीफाइनल में क्यूबा की रेसलर गुजमैन लोपेज को हराया था. इसके बाद उनका अमेरिकी रेसलर सारा एन हिल्डेब्रांट के साथ गोल्ड मेडल के लिए फाइनल मुकाबला होना था. लेकिन मुकाबले से पहले वजन मापने के दौरान 100 ग्राम अधिक वजन होने के कारण उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया. अपनी अयोग्यता के खिलाफ कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट (CAS) के में अपील दायर की है. इसमें उन्होंने संयुक्त रूप से सिल्वर मेडल दिए जाने की मांग की गई है. उनकी इस याचिका पर फैसला आना बाकी है. इस फैसले पर भारत के 140 करोड़ लोगों की निगाहें हैं. 

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