'टर्बनेटर' के नाम मशहूर भारतीय स्पिन स्टार हरभजन सिंह आज (शुक्रवार) 40 साल के हो गए. उनका जन्म 3 जुलाई 1980 को जालंधर में हुआ था. हरभजन ने टेस्ट में 417 विकेट चटकाए. सर्वाधिक विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाजों की लिस्ट में वह तीसरे स्थान पर हैं. उनके 18 साल के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर (1998-2016) पर नजर डालें, कई विवादों की वजह से उनकी मुश्किलें बढ़ीं.
भज्जी-साइमंड्स 'मंकीगेट' विवाद
2008 में भारत के ऑस्ट्रेलिया टूर के दौरान हरभजन सिंह और एंड्रयू साइमंड्स के बीच 'मंकीगेट' विवाद हुआ था. सिडनी टेस्ट के दौरान साइमंड्स ने भज्जी पर नस्लीय कमेंट करने का आरोप लगाया था. ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज का आरोप था कि ऑफ स्पिनर ने उन्हें मंकी (बंदर) कहा था और यह नस्लभेदी है.
मामला सिडनी कोर्ट तक पहुंच गया. इस फैसले के खिलाफ अपील की गई. अपील में यह फैसला सुनाया गया कि ऐसा कोई सबूत नहीं मिला जिससे साबित हो सके कि भज्जी ने रंगभेदी टिप्पणी की थी. हरभजन से तीन टेस्ट मैच का प्रतिबंध हटा दिया गया. बीसीसीआई ने तो दौरे को बीच में ही खत्म करने की धमकी दे डाली थी.
भज्जी-श्रीसंत स्लैपगेट विवाद
2008 आईपीएल का पहला सीजन खेला जा रहा था. मोहाली हरभजन का होमग्राउंड था, लेकिन वो मुंबई इंडियंस के लिए खेल रहे थे. दूसरी तरफ एस. श्रीसंत उन दिनों किंग्स इलेवन पंजाब के लिए खेलते थे. पंजाब ने मुंबई को उस मैच में हरा दिया. इस बीच श्रीसंत को रोते हुए मैदान से बाहर आते देखा गया. हार के बाद श्रीसंत ने हरभजन सिंह को इस पर कुछ कहा जिसके बाद भज्जी ने गुस्से में श्रीसंत को चांटा जड़ दिया.
हरभजन सिंह को यह चांटा बहुत भारी पड़ा और उन्हें लीग के बाकी मैचों से बाहर कर दिया गया. श्रीसंत ने हाल ही में बताया कि उन्होंने आखिर हरभजन को क्या कहा था? श्रीसंत ने कहा कि उन्होंने हरभजन को 'पंजाब बॉम्बे को हराएंगे, पंजाब बॉम्बे को हराएंगे' कहा था.
ऐड विवाद
2006 जब हरभजन सिंह ने ‘रॉयल स्टैग’ शराब की कंपनी के लिए एक विज्ञापन किया. इस विज्ञापन में हरभजन बिना पगड़ी के नजर आए. सिख समुदाय ने भज्जी के इस विज्ञापन की जमकर आलोचना की. बिना पगड़ी के ऐड में आना ही नहीं, बल्कि एक शराब के विज्ञापन के लिए उन्हें जमकर घेरा गया. आखिरकार कंपनी ने इस ऐड को हटा लिया. हरभजन सिंह ने भी बिना शर्त माफी मांग ली.
रिकी पोंटिंग के साथ विवाद
शुरुआती दौर में रिकी पोंटिंग के साथ हरभजन सिंह का छत्तीस का आंकड़ा रहा. 1998 में हरभजन को टीम इंडिया में मौका मिला. 17 साल की उम्र में भज्जी पहली बार वनडे सीरीज खेलने उतरे थे, उन्होंने शारजाह में रिकी पोंटिंग को अपनी गेंद पर चकमा देकर स्टंप करवा दिया. पोंटिंग को आउट करने के बाद भज्जी बिल्कुल बच्चों की तरह जश्न मनाने लगे. जिसके बाद पोंटिंग उनसे उलझ गए. भज्जी की इस हरकत को आईसीसी की आचार संहिता का उल्लंघन माना गया, जिसकी वजह से उन पर जुर्माना और एक मैच का प्रतिबंध लगाया गया.
रावण-सीता डांस विवाद
साल 2008 हरभजन सिंह के लिए करियर का अच्छा साल नहीं रहा. वह एक बाद एक विवादों में घिरते जा रहे थे. पहले मंकीगेट विवाद, फिर स्लैपगेट विवाद और टीवी शो में डांस विवाद. हरभजन सिंह ने एक रियलिटी शो ‘एक खिलाड़ी एक हसीना’ में मोना सिंह के साथ रावण की भूमिका की थी. इस शो में मोना सिंह ने सीता की भूमिका निभाई थी. टीवी पर इसके प्रसारण के बाद हिंदू संगठनों ने इस शो को लेकर आपत्ति उठाई थी. सिख समुदाय भी इससे खफा हुआ. हरभजन सिंह को माफी मांगनी पड़ी.