ऑस्ट्रेलिया के पूर्व वर्ल्ड चैम्पियन कप्तान रिकी पोंटिंग ने अपने बल्ले की तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर की है, जिसके बाद कई लोगों ने उन्हें ट्रोल करना शुरू कर दिया.
पोंटिंग ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'इस बेबी (बल्ले) के साथ पांच
अंतरराष्ट्रीय शतक जिनमें चार दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ. 120 और 143 मैंने
इसी बल्ले से अपने 100वें टेस्ट में एससीजी पर मारे थे.'
पोंटिंग ने लिखा, 'और इसके अलावा वांडरर्स में खेले गए 434 बनाम 438 वाले वनडे मैच में 164 रन भी इसी से बनाए थे. मैं इसे जितना उपयोग में ले सकता था लिया और आप देख सकते हैं कि यह कितना खराब हो चुका है.'
पोंटिंग ने जैसे ही इस बल्ले की तस्वीर शेयर की तो फैंस को लगा कि ये पोंटिंग का वो बल्ला है जिसे उन्होंने भारत के खिलाफ 2003 वर्ल्ड कप के फाइनल में इस्तेमाल किया था.
इसके बाद रिकी पोंटिंग को भारतीय फैंस ने आड़े हाथों लिया और सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल किया. फैंस ने रिकी पोंटिंग से पूछा कि क्या ये उनका वो बैट है, जिसमें स्प्रिंग लगी हुई है.
बता दें कि रिकी पोंटिंग ने सौरव गांगुली की कप्तानी वाली टीम इंडिया से 2003 वर्ल्ड कप छीन लिया था. इस फाइनल मैच में रिकी पोंटिंग ने भारतीय गेंदबाजों की जमकर धुनाई की थी.
बता दें कि वर्ल्ड कप के फाइनल मैच में ऑस्ट्रेलिया ने पहले खेलते हुए
भारतीय गेंदबाजों की जमकर धुनाई करते हुए 50 ओवर में मात्र दो विकेट खोकर
359 रनों का विशाल लक्ष्य खड़ा किया. ऑस्ट्रेलिया की तरफ से रिकी पोंटिंग
140 और डेनियम मार्टिन 88 रन बनाकर नाबाद रहे.
इस मैच में रिकी पोंटिंग ने आठ छक्के लगाए थे, जिसके बाद उनके बल्ले को लेकर जमकर विवाद हुआ था. लोगों का कहना था कि उनके बल्ले में स्प्रिंग लगी हुई थी, इसलिए वह
ज्यादातर चौके और छक्के जड़ रहे थे. हालांकि ये काल्पनिक बाते थीं.
23 मार्च 2003 को भारत का दूसरी बार वर्ल्ड चैम्पियन बनने का सपना रिकी
पोंटिंग की कंगारू टीम ने तोड़ दिया था.
23 मार्च 2003 को खेले गए वर्ल्ड कप के इस फाइनल मैच में ऑस्ट्रेलिया ने
बाजी मारते हुए लगातार दूसरी बार वर्ल्ड कप जीता था. यह हार आज भी भारत को
बहुत चुभती है.
पोंटिंग को दुनिया के सर्वकालिक महान बल्लेबाजों में गिना जाता है. उन्होंने अपने देश के लिए 168 टेस्ट, 375 वनडे और 17 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं. इन तीनों प्रारूपों में उन्होंने कुल 27,483 रन बनाए. अपनी कप्तानी में पोंटिंग ने ऑस्ट्रेलिया को 2003 और 2007 विश्व कप जितवाया था.