दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में दिल्ली और बेंगलुरु अपने विजयी क्रम को कायम रखना चाहेंगी. बेंगलुरु ने पिछले मैच में राजस्थान को हराया था और दिल्ली ने एक बड़े रोमांचक हाई स्कोरिंग मैच में कोलकाता नाइट राइडर्स को पटखनी दी थी.
लीग के शुरुआत तीन मैचों में कोहली का बल्ला शांत था, लेकिन चौथे में कोहली ने नाबद 72 रनों की पारी खेली थी और अपने पुरानी लय में दिखे थे.
दिल्ली और बेंगलुरु को बल्लेबाजी और गेंदबाजी के बीच की प्रतिस्पर्धा के तौर पर देखा जा सकता है. बेंगलुरु का शीर्ष क्रम जिसमें युवा देवदत्त पडिक्कल, एरॉन फिंच, कोहली और एबी डिविलियर्स हैं और यह सभी फॉर्म में हैं. पडिक्कल ने तो चार में से तीन मैचों में अर्धशतक जमाया है. फिंच, डिविलियर्स भी रन कर रहे हैं.
इन चारों के सामने दिल्ली का मजबूत गेंदबाजी क्रम जिसमें कैगिसो रबाडा, एनरिक नोर्टजे, रविचंद्रन अश्विन और अमित मिश्रा हैं जिस तरह का प्रदर्शन करता यह देखना होगा. दिल्ली के गेंदबाजों की कोशिश होगी कि वो इन चारों को जल्दी आउट करें क्योंकि वो जानते हैं कि इन चारों के बाद बेंगलोर के पास कोई बड़ा नाम या मैच पलटने वाला खिलाड़ी नहीं है.
वहीं, दिल्ली की बल्लेबाजी भी मजबूत है. कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ युवा बल्लेबाज पृथ्वी शॉ ने 41 गेंदों पर 66, कप्तान श्रेयस अय्यर ने 38 गेंदों पर नाबाद 88 रनों की पारी खेल टीम को 228 रनों का विशाल स्कोर दिया था. ऋषभ पंत और शिखर धवन ने भी अच्छी पारियां खेली थीं. मार्कस स्टोइनिस और शिमरोन हेटमेयर भी अंत में तूफानी पारी खेलने का दम रखते हैं.
बेंगलुरु के गेंदबाजी आक्रामण के सामने इनको रोकना चुनौती ही होगी और इसमें अहम रोल युजवेंद्र चहल और नवदीप सैनी का होगा. दोनों टीमों की तुलना की जाए तो दिल्ली की टीम हर विभाग में संतुलित और मजबूत है जबकि बेंगलुरु में तीनों विभागों में कहीं न कहीं कुछ कमी है.