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विंबलडन रद्द होने से नहीं होगा नुकसान, आयोजकों को मिलेंगे 1076 करोड़ रुपये

तरुण वर्मा
  • 09 अप्रैल 2020,
  • अपडेटेड 1:33 PM IST
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दुनियाभर में जारी कोरोना वायरस के प्रकोप की वजह से साल का तीसरा ग्रैंड स्लैम विंबलडन रद्द हो चुका है, लेकिन राहत की बात ये है कि इस हाई प्रोफाइल टेनिस टूर्नामेंट के रद्द होने के बावजूद बताया जा रहा है कि विंबलडन को लगभग 1076 करोड़ रुपये बीमा के तौर पर मिलेंगे.

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स्पोर्ट्स बिजनेस एनालिस्ट डेरेन रॉवेल के मुताबिक टूर्नामेंट रद्द होने के बाद विंबलडन को 141 मिलियन डॉलर्स (लगभग 1076 करोड़ रुपये) बीमा के तौर पर मिलेंगे.

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विंबलडन के आयोजक पिछले 17 वर्षों से महामारी इंश्योरेंस के तौर पर हर साल लगभग 15 करोड़ रुपये का भुगतान कर रहे थे. क्लब उन पॉइंट्स पर एक साथ दावा करने की प्रक्रिया में है, जिससे इस टूर्नामेंट के आयोजकों को मोटी रकम बीमा के तौर पर मिले.

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दरअसल, 2003 में SARS (Severe Acute Respiratory Syndrome) के प्रकोप के बाद ऑल इंग्लैंड क्लब ने महामारी बीमा का विकल्प चुना था और 17 साल तक प्रति वर्ष 2 मिलियन डॉलर (करीब 15 करोड़ रु.) का भुगतान किया.

यह टूर्नामेंट इस साल क्लब के ग्रासकोर्ट पर 29 जून से 12 जुलाई के बीच खेला जाना था, लेकिन अब अगला सत्र 28 जून से 11 जुलाई 2021 के बीच होगा.

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इससे पहले क्लब ने एक बयान जारी कर कहा था कि बहुत अफसोस के साथ यह बताना पड़ रहा है कि ऑल इंग्लैंड क्लब के मुख्य बोर्ड और चैम्पियनशिप की प्रबंधन समिति ने कोविड-19 से जुड़ी स्वास्थ्य चिंताओं की वजह से इस साल टूर्नामेंट को रद्द करने का फैसला किया है.

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बता दें कि द्वितीय विश्व युद्ध यानी साल 1945 के बाद पहली बार सबसे पुराना ग्रैंड स्लैम टेनिस टूर्नामेंट नहीं खेला जाएगा. इससे पहले विंबलडन के आयोजकों ने दो सप्ताह के इस टूर्नामेंट को बिना दर्शकों के कराने से इनकार कर दिया था. कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामले को देखते हुए आयोजकों के पास इसे रद्द करने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं था.

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