
सिडनी में शानदार जज्बा दिखाने के बाद टीम इंडिया गाबा में अंतिम टेस्ट के लिए तैयारी में जुटी है. अपने खिलाड़ियों की चोटों से परेशान टीम प्रबंधन प्लेइंग इलेवन पर अंतिम फैसला शुक्रवार सुबह ही ले पाएगा. अब तक 1-1 से बराबर चार टेस्ट मैचों की इस सीरीज की निर्णायक जंग ब्रिस्बेन में होगी. मैच 15 जनवरी से खेला जाएगा, जो भारतीय समयानुसार सुबह 5.30 बजे शुरू होगा.
भारतीय टीम ने ब्रिस्बेन में (1947-2014) 6 टेस्ट मैच खेले हैं, उसे अब भी जीत का इंतजार है. ऑस्ट्रेलियाई टीम 1988 के बाद यहां टेस्ट मैच नहीं हारी है. कंगारू टीम ने ब्रिस्बेन में पिछले सातों टेस्ट मैच जीते हैं. ऐसे में अंजिक्य रहाणे की कप्तानी में इतिहास रचने का मौका है.
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी पर कब्जा करने के लिए ऑस्ट्रेलिया को हर हाल में जीत की जरूरत है, लेकिन भारत का काम ड्रॉ से भी चल जाएगा. ड्रॉ रहने पर अगले दो साल तक भारत के पास ही यह ट्रॉफी रहेगी. टीम इंडिया 2018/19 सीरीज की विजेता है.
अब इस टीम को नए दशक के पहले टेस्ट में ऐसे मैदान पर खेलना है, जहां ऑस्ट्रेलियाई टीम 33 साल से नहीं हारी है. भारतीय टीम के सामने गाबा की जीवंत पिच पर चुनौती कड़ी होगी. उसके शीर्ष खिलाड़ी चोटों के कारण निर्णायक टेस्ट खेलने के लिए उपलब्ध नहीं हैं.
टीम में रवींद्र जडेजा नहीं हैं. जसप्रीत बुमराह लगभग बाहर हैं. मयंक अग्रवाल नेट अभ्यास के दौरान चोटिल हो गए और अश्विन कमर के दर्द से जूझ रहे हैं. हनुमा विहारी भी हैमस्ट्रिंग चोट के कारण बाहर हो चुके हैं. बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौड़ ने कहा है कि प्लेइंग इलेवन पर शक्रवार को अंतिम फैसला लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि मेडिकल टीम चोटिल खिलाड़ियों के साथ काम कर रही है. बुमराह फिट होंगे तो खेलेंगे, नहीं होंगे तो बाहर रहेंगे.
टीम इंडिया दिसंबर 2104 के बाद गाबा में टेस्ट मैच खेलने उतरेगी और मौजूदा आक्रमण में देखा जाए, तो सिर्फ रविचंद्रन अश्विन ने ही इस विकेट पर खेला है. दूसरी तरफ टीम को बुमराह की काफी जरूरत होगी. वह गाबा की विकेट की जरूरत के हिसाब से अपनी गेंदों की लेंथ को आसानी से बदल सकते हैं.
पूर्व तेज गेंदबाज इरफान पठान ने एक इंटरव्यू में कहा कि गाबा की विकेट चुनौतीपूर्ण है. बुमराह यहां आसानी से विकेट के हिसाब से गेंदबाजी कर सकते हैं. बुमराह बल्लेबाज से 7-8 फीट गेंद को दूर गिराते हैं, जिससे बल्लेबाज को उन्हें फ्रंट फुट पर भी खेलने में परेशानी होती है. अब देखना है कि बुमराह खेलने के लिए फिट हो पाते हैं या नहीं. जाहिर है टीम इंडिया को अपने विकल्पों पर ही भरोसा करना होगा.