
भारतीय टीम के खिलाड़ी मंगलवार को ब्रिस्बेन के लिए रवाना होंगे. क्वीन्सलैंड की राजधानी में 15 जनवरी से चौथे और अंतिम टेस्ट की मेजबानी को लेकर अनिश्चितता खत्म हो गई है. भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पहले से तय चौथा टेस्ट मैच ब्रिस्बेन में ही होगा. ब्रिस्बेन में हालांकि क्षमता के 50 प्रतिशत दर्शकों को ही आने की इजाजत होगी.
बीसीसीआई ने सीए को ब्रिस्बेन में कड़े पृथकवास नियमों से राहत देने के संदर्भ में लिखा था. इसके कारण भारतीय टीम को होटल में ही रहना पड़ता, जिसे लेकर खिलाड़ियों को आपत्ति थी. अब इस संबंध में क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया का रुख नरम हुआ है.
सीए के अंतरिम सीईओ निक हॉकले ने बयान में कहा, ‘मैं सहयोग और योजना के अनुसार चौथे टेस्ट के आयोजन के लिए सीए तथा बीसीसीआई के साथ काम करने की इच्छा के लिए क्वींसलैंड सरकार को धन्यवाद देना चाहता हूं. ज्यादा जरूरी उस योजना पर चलना है जिसमें खिलाड़ियों, मैच अधिकारियों और समुदाय की सुरक्षा और बेहतरी शीर्ष प्राथमिकता है.’
पिछले एक हफ्ते में बीसीसीआई के सूत्रों ने पुष्टि की थी कि उन्होंने कभी आयोजन स्थल में बदलाव की मांग नहीं की, लेकिन यह जरूर कहा था कि लगातार दो आइसोलेशन खिलाड़ियों के मानसिक स्वास्थ्य के लिए आदर्श नहीं हैं. खिलाड़ियों के लिए अब इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की तरह के जैविक रूप से सुरक्षित माहौल की उम्मीद है, जहां वे होटल के अंदर एक-दूसरे से मिल सकते हैं.
यह समस्या उस समय खड़ी हुई जब क्वींसलैंड ने सिडनी में कोविड-19 संक्रमण के नए मामलों को देखते हुए न्यू साउथ वेल्स से आने वाले लोगों के लिए अपनी सीमा बंद कर दी. भारतीय खिलाड़ियों को इससे छूट दी गई थी, लेकिन उन्हें कड़े पृथकवास नियमों का सामना करना था. मैच को लेकर अनिश्चितता उस समय बढ़ गई जब शहर में ब्रिटेन से आए नए कोविड-19 संक्रमण का मामला मिला और पिछले हफ्ते तीन दिवसीय लॉकडाउन की घोषणा की गई.