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कमिंस बोले- IPL में मोटी रकम मिलने का ये मतलब नहीं कि गेंद अचानक स्विंग होने लगेगी

ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंजबाज पैट कमिंस का मानना है कि इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की नीलामी में बड़ी धन राशि हासिल करने वाले खिलाड़ियों पर अलग तरह का दबाव रहता है. क्योंकि इससे बेहतर प्रदर्शन की गारंटी नहीं मिलती.

Pat Cummins (@BCCI) Pat Cummins (@BCCI)
aajtak.in
  • सिडनी,
  • 15 मार्च 2021,
  • अपडेटेड 3:54 PM IST
  • KKR ने 2019 में कमिंस को 15.50 करोड़ रु. में खरीदा था
  • इस साल RR ने क्रिस मॉरिस पर सबसे बड़ी बोली लगाई

ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंजबाज पैट कमिंस का मानना है कि इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की नीलामी में बड़ी धन राशि हासिल करने वाले खिलाड़ियों पर अलग तरह का दबाव रहता है. क्योंकि इससे बेहतर प्रदर्शन की गारंटी नहीं मिलती. कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) ने 2019 की नीलामी में इस खिलाड़ी के लिए 15.50 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी.

हाल ही में इस साल के लिए हुई नीलामी में राजस्थान रॉयल्स ने दक्षिण अफ्रीका के हरफनमौला क्रिस मॉरिस के लिए 16.25 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी. कमिंस ने कहा कि पेशेवर क्रिकेट में खिलाड़ियों पर बेहतर प्रदर्शन का दबाव होता है.

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उन्होंने अपनी आईपीएल फ्रेंचाइजी केकेआर की आधिकारिक वेबसाइट से कहा, ‘आप कहीं पर भी पेशेवर क्रिकेट खेलें, आप पर काफी दबाव रहता है. अगर आप अच्छा प्रदर्शन कर मैदान पर उतरते हैं, तो उसे फिर से दोहराने का दबाव होता है. अगर आप खराब प्रदर्शन करके आते हैं, तो आप पर बेहतर करने का दबाव होता है.’

उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि नीलामी से अलग तरह का दबाव आता है. हम इससे सामंजस्य बैठाने की कोशिश करते हैं. आपको अधिक पैसे में खरीदा गया है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि गेंद अचानक अधिक स्विंग करने लगेगी है या विकेट अचानक से घसियाली हो जाएगी या सीमा-रेखा बड़ी हो जाएगी.’

कमिंस ने पिछले सत्र में 14 मैचों में 12 विकेट लिये थे और इस दौरान उनका इकॉनोमी रेट 7.86 का था. उनकी टीम प्लेऑफ में क्वालिफाई करने से चूक गई थी. उन्होंने कहा, ‘मैं उस पर ध्यान देने की कोशिश कर रहा था, जो मेरे नियंत्रण में था. मुझे लगता है इसी से मुझे और केकेआर को सफलता मिल सकती है.’

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उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया के मुकाबले भारत या यूएई में गेंदबाजी करना मुश्किल है. उन्होंने कहा, ‘ऑस्ट्रेलिया की तुलना में यहां भारत या यूएई की पिच अलग तरह की है. मैदान छोटे हैं. ऐसे में आप सीखने की कोशिश करते है और अलग तरीका अपनाते है. टीम में कुछ शानदार लोग हैं, जिनसे काफी कुछ सीखा जा सकता है.’

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