
भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने कहा है कि टीम इंडिया में 'विभिन्न खिलाड़ियों के लिए विभिन्न नियम' हैं. उन्होंने रविचंद्रन अश्विन और टी नटराजन जैसे गेंदबाजों का उदाहरण दिया है. गावस्कर ने कहा कि कप्तान विराट कोहली को पितृत्व अवकाश पर ऑस्ट्रेलिया से भारत लौटने की अनुमति मिल गई, जबकि तेज गेंदबाज टी नटराजन जो आईपीएल प्लेऑफ के दौरान पिता बने थे अब तक अपनी बेटी को नहीं देख पाए हैं.
गावस्कर ने स्पोर्टस्टार के लिए अपने कॉलम में लिखा, 'अगर अश्विन एक मैच में विकेट नहीं लेते हैं तो उन्हें अगले मैच से बाहर कर दिया जाता है. यह हालांकि स्थापित बल्लेबाजों के लिए नहीं होता है. भले ही वे एक खेल में असफल हो जाते हैं और उन्हें एक और मौका मिलता है. लेकिन अश्विन के लिए दूसरा नियम लागू होता है.'
उन्होंने कहा, 'एक और खिलाड़ी, जिसे लेकर नियम आश्चर्यचकित करेगा. लेकिन निश्चित रूप से वह इसके बारे में बोल नहीं सकता, क्योंकि वह नया है. यह टी. नटराजन हैं. बाएं हाथ के यॉर्कर तेज गेंदबाज, जिन्होंने टी20 में शानदार शुरुआत की थी और हार्दिक पंड्या ने टी20 सीरीज पुरस्कार को उनके साथ साझा किया था.'
गावस्कर ने कहा, 'नटराजन आईपीएल प्लेऑफ के दौरान पहली बार पिता बने थे. उन्हें सीधे यूएई से ऑस्ट्रेलिया ले जाया गया और फिर उनके शानदार प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें टेस्ट सीरीज के लिए वहीं बने रहने के लिए कहा गया, लेकिन टीम के एक हिस्से के रूप में नहीं... बल्कि एक नेट गेंदबाज के रूप में.'
गौरतलब है कि 29 साल के नटराजन यूएई में आईपीएल खेलने के बाद सीधे ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए चुन लिये गए थे. उन्हें चोटिल वरुण चक्रवर्ती की जगह मौका मिला था.
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टीम प्रबंधन ने नटराजन को टेस्ट टीम के लिए नेट गेंदबाज के रूप में ऑस्ट्रेलिया में रहने के लिए कहा, जिसका मतलब है कि चार मैचों की सीरीज 19 जनवरी को समाप्त होगी और वह इसके बाद ही अपनी बेटी को देख पाएंगे.
गावस्कर ने अश्विन के बार में कहा, 'बहुत लंबे समय तक अश्विन को अपनी गेंदबाजी क्षमता के कारण नुकसान नहीं हुआ है, जिसमें केवल अभद्र का ही संदेह होता है... लेकिन अपनी स्पष्टवादिता के लिए और मीटिंग में अपने मन की बात कहने के लिए, जहां अधिकांश लोग सहमत नहीं होने पर भी सिर हिलाते हैं.'
साथ ही उन्होंने कहा, 'कोई भी अन्य देश एक ऐसे बॉलर का स्वागत करेगा, जिसके पास 350 से अधिक टेस्ट विकेट हों और वह 4 टेस्ट शतक को भी न भूलें.'