
भारत को डेविस कप टेनिस वर्ल्ड ग्रुप प्ले ऑफ मुकाबले में घरेलू सरजमीं पर यूरोप की शीर्ष टीमों में से एक स्पेन से भिड़ना होगा. अंतरराष्ट्रीय टेनिस महासंघ ने ड्रॉ में इसकी घोषणा की. भारत ने एशिया-ओशियाना ग्रुप एक दूसरे दौर के मुकाबले में दक्षिण कोरिया को 4-1 से हराया था जबकि स्पेन ने यूरोप-अफ्रीका क्षेत्रीय मुकाबले में रोमानिया को इसी अंतर से मात दी थी.
दक्षिण कोरिया के खिलाफ चोटिल सोमदेव देववर्मन और युकी भांबरी की गैरमौजूदगी में भारत ने पदार्पण कर रहे रामकुमार रामनाथन और साकेत माइनेनी को महान युगल खिलाड़ी लिएंडर पेस और रोहन बोपन्ना के साथ चंडीगढ़ में हुए मुकाबले में उतारा था.
वर्ल्ड रैंकिंग में 15वें नंबर के खिलाड़ी रोबर्ट बतिस्ता आगुत और 21वें नंबर के खिलाड़ी फेलिसियानो लोपेज स्पेन की चुनौती की अगुआई करेंगे. डबल्स में 56वीं रैंकिंग के खिलाड़ी पाब्लो कारेनो बुस्ता और 19वें रैंक के मार्क लोपेज टीम के अन्य सदस्य होंगे.
हार्ड कोर्ट या ग्रास कोर्ट! फैसला अभी बाकी है
भारत 16 से 18 सितंबर तक होने वाले इस अहम घरेलू मुकाबले के लिए कोर्ट कौन सा हो, इस पर फैसला नहीं हुआ है. खिलाड़ी कोर्ट को लेकर एआईटीए को अपनी पसंद बता सकते हैं.
भारत के डेविस कप कोच जीशान अली के अनुसार ग्रास सर्वश्रेष्ठ विकल्प नजर आता है क्योंकि यूरोपीय खिलाड़ियों को क्ले और हार्ड कोर्ट पर हराना आसान नहीं होगा.
जीशान ने कहा, ‘वे दुनिया की सबसे कड़ी टीमों में से एक हैं. वर्ल्ड ग्रुप की कोई भी टीम कड़ी होती है. और स्पेन ऐसी टीम है जिसके 12 खिलाड़ी टॉप 100 में हैं. यह और भी मुश्किल है.’ उन्होंने कहा, ‘मेरे नजरिये से ग्रासकोर्ट विकल्प है लेकिन मानसून खत्म हो जाएगा और हमें देखना होगा कि सितंबर में ग्रास कोर्ट पर खेलना संभव होगा. अगल में यह ग्रास कोर्ट पर खेलने का मौसम नहीं है और तैयारी के लिए पर्याप्त समय भी नहीं है. यह हार्ड कोर्ट की तरह नहीं है. आप कोर्ट पर ऐसे ही घास नहीं उगा सकते.’
जीशान ने कहा, ‘हम खिलाड़ियों के साथ कोर्ट के चयन पर बात कर रहे हैं. समय केवल सात हफ्ते का है. खिलाड़ियों के अपनी पसंद बताने के बाद एआईटीए स्थानीय संघों से बात करेगा जो मुकाबले की मेजबानी के इच्छुक होंगे.’
पहली बार भारत में होगा स्पेन से मुकाबला
1922 से लेकर 1965 के बाद भारत और स्पेन डेविस कप में तीन बार आपस में भिड़ चुके हैं. इसमें यूरोपीय टीम को दो बार जीत मिली है जबकि एक बार उसे हार का सामना करना पड़ा. भारत पिछली बार 1965 में स्पेन से भिड़ा था और तब से विरोधी टीम के मैदान पर 2-3 से हार का सामना करना पड़ा था.
होगी युकी, सोमदेव की वापसी!
भारत की ओर से युकी भांबरी और सोमदेव बर्मन की वापसी होने की संभावना है. भांबरी टेनिस टेनिस एल्बो का इलाज करवा रहे हैं और उनके वापसी की पूरी संभावना है. वहीं सोमदेव बर्मन भी चोटिल होने की वजह से एक्शन से बाहर हैं और इस मुकाबले से पहले उनके ठीक होने के साथ ही कोर्ट पर वापसी की उम्मीदें हैं.
कोच जीशान अली ने बताया कि हमारे पास टॉप 100 रैंकिंग में कोई खिलाड़ी नहीं है इसके बावजूद हम प्ले ऑफ में पिछले तीन सालों से जगह बनाते आ रहे हैं. यह लाजवाब है.
गौरतलब है कि इससे पहले दो सालों में भारत सर्बिया और चेक रिपब्लिक से वर्ल्ड ग्रुप प्ले ऑफ मुकाबले में भिड़ चुका है. लगातार तीसरे साल एक बार फिर भारतीय टीम के सामने स्पेन जैसा कड़ा प्रतिद्वंद्वी है.