
भारत की बैडमिंटन स्टार साइना नेहवाल ने इंडोनेशिया मास्टर्स का खिताब जीत लिया है. वर्ल्ड नंबर-9 साइना को फाइनल में वर्ल्ड नंबर-4 स्पेन की तीन बार की विश्व चैम्पियन और ओलंपिक चैम्पियन कैरोलिना मारिन के चोटिल होने का फायदा मिला. फाइनल मैच की शुरुआत के सातवें मिनट में ही मारिन रिटायर्ड हर्ट हो गईं. उस वक्त पहले गेम में साइना अपनी प्रतिद्वंद्वी मारिन के खिलाफ 4-10 से पिछड़ रही थीं.
इसके साथ ही साइना इंडोनेशिया मास्टर्स खिताब पर कब्जा करने वाली पहली भारतीय महिला बैडमिंटन खिलाड़ी बन गईं. वह पिछली बार भी इस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंची थीं. इस बार साइना वर्ल्ड नंबर-7 चीन की हि बिंगजियाओ को 18-21, 21-12, 21-18 से हराकर फाइनल में जगह बनाई थी. साइना दो साल में पहला बीडब्ल्यूएफ खिताब अपने नाम किया. साइना ने पिछला बीडब्ल्यूएफ खिताब 2017 में मलेशिया में जीता था.
उन्होंने कहा, ‘हम सभी के लिए यह साल काफी अहम है. वह काफी कड़ी प्रतिद्वंद्वी थी, उसने अच्छी शुरुआत की, लेकिन आज जो कुछ हुआ, उसके लिए दुर्भाग्यपूर्ण रहा.’ भारतीय खिलाड़ी ने पिछले साल पैर में चोट के बाद वापसी करते हुए यहां शानदार प्रदर्शन किया.
साइना ने कहा, ‘मैं भी चोट से वापसी करके आई हूं. मैंने यह देखने के लिए टूर्नामेंट खेला कि चोट कितनी सही हुई है. और मैं खुश हूं कि मैं मलेशिया में सेमीफाइनल और यहां फाइनल खेल सकी. अब आगे बेहतर फिटनेस की उम्मीद करते हुए अगले टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करूंगी.’
भारतीय शटलर ने कहा, ‘मैं पिछले कुछ वर्षों में चोटिल होती रही हूं. मैं हमेशा मजबूती से वापसी की कोशिश करती रहती हूं, इसमें कुछ भी छिपा नहीं है. मैं फिजियो और कोचों का शुक्रिया करना चाहती हूं, जिन्होंने मेरा बहुत सहयोग किया.’
अपने करियर में मारिन के खिलाफ 12वीं बार उतरीं साइना ने छठी बार जीत दर्ज की. इससे पहले मारिन ने साइना को लगातार दो मुकाबलों में मात दी थी. साइना ने पिछले साल राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण, एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीता था. इसके अलावा वह डेनमार्क, इंडोनेशिया मास्टर्स तथा सैयद मोदी इंटरनेशनल टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंची थीं.
साइना ने कहा, ‘लेकिन आज मुझे जिस तरह से खिताब मिला, उससे मैं खुश नहीं हूं. निश्चित रूप से मैं खुश हूं कि मैं फाइनल्स तक पहुंच सकी और वो भी ही बिंगजियाओ जैसी कठिन प्रतिद्वंद्वी को हराकर. दोनों टूर्नामेंट में मैं अपने प्रदर्शन से खुश हूं. नोजोमी ओकुहारा, बिंगजियाओ, दिनार (दया अयुस्टीन) को हराना शानदार है. फाइन में निश्चित रूप से कैरोलिना ने बढ़त बनाई हुई थी और मैं उसके खिलाफ जूझना चाहती थी, लेकिन जो कुछ हुआ वो दुर्भाग्यपूर्ण था.’