
अर्जेंटीना के अपने जमाने के दिग्गज फुटबॉलर डिएगो माराडोना ने ‘हैंड ऑफ गॉड’ से विश्व को कोरोना वायरस महामारी से मुक्ति दिलाने की प्रार्थना की, जिससे सभी लोग फिर से सामान्य जिंदगी जी सकें. विश्व कप विजेता माराडोना ने 1986 के विश्व कप की उस घटना का जिक्र किया, जब उन्होंने हाथ की मदद से गोल किया था. बाद में उन्होंने इसे ‘हैंड ऑफ गॉड’ यानी ईश्वर का हाथ करार दिया था.
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माराडोना ने इंग्लैंड के खिलाफ किए गए विवादास्पद गोल का संदर्भ जोड़ते हुए कहा, ‘आज हमारे साथ यह हुआ है और कई लोग कह रहे हैं कि यह ईश्वर का नया हाथ (हैंड ऑफ गॉड) है. लेकिन आज मैं इस हाथ से यह महामारी समाप्त करने के लिए कह रहा हूं, ताकि लोग फिर से स्वस्थ और खुशियों से भरी जिंदगी जी सकें.’
माराडोना 1986 में मैक्सिको में खेले गए विश्व कप में अर्जेंटीना के कप्तान थे. उन्होंने क्वार्टर फाइनल में अर्जेंटीना की इंग्लैंड के खिलाफ 2-1 से जीत के बाद कहा था, ‘यह ईश्वर का हाथ यानी ‘हैंड ऑफ गॉड’ था.’ उस विश्व कप में माराडोना के दम पर अर्जेंटीना दूसरी बार चैम्पियन बना था. फाइनल में अर्जेंटीना ने वेस्ट जर्मनी को 3-2 से शिकस्त देकर दूसरी बार इस ट्रॉफी पर कब्जा किया था.
उनका यह कथन खेल जगत की सबसे चर्चित टिप्पणियों में शामिल है. अर्जेंटीना में फुटबॉल का वर्तमान सत्र समाप्त कर दिया गया है, इससे माराडोना की टीम जिमनेसिया दूसरी डिवीजन में खिसकने से बच गई.
अर्जेंटीना में कोरोना वायरस के कारण 20 मार्च से लॉकडाउन है. वहां अभी 4114 लोग इस बीमारी से संक्रमित हैं, जबकि 207 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं.