Advertisement

डोपिंग के आरोप में नाडा ने शीर्ष भारतीय एथलीट पर लगाया अस्थाई प्रतिबंध

एथलीट के प्रतिबंधित दवाओं के सेवन पर खेल मंत्री विजय गोयल ने कहा है कि डोपिंग को आपराधिक मामला बनाया जाएगा. उन्होने कहा कि इसके खिलाफ सख्त कानून बनाकर ये संदेश दिए जाएगा ताकि कोई भी खिलाड़ी डोपिंग करने से डरे.

कमरे से मिली थी प्रतिबंधित दवा कमरे से मिली थी प्रतिबंधित दवा
IANS
  • नई दिल्ली,
  • 24 मई 2017,
  • अपडेटेड 6:12 PM IST

राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) ने बुधवार को प्रतिबंधित पदार्थ के सेवन के संदेह में देश के एक शीर्ष एथलीट पर अस्थायी प्रतिबंध लगा दिया है. इंचियोन में हुए एशियाई खेलों-2014 और ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों भारतीय दल का हिस्सा रहे एथलीट पर प्रतिबंधित दवा 'मेल्डोनियम' के सेवन का आरोप है. नाडा के महानिदेशक नवीन अग्रवाल ने पुष्टि करते हुए कहा है कि एथलीट के कमरे में छापे के दौरान प्रतिबंधित दवा मिली थी.

Advertisement

नाडा के महानिदेशक नवीन अग्रवाल ने बताया कि एथलीट पर अस्थायी प्रतिबंध लगा दिया गया है. उन्होंने यह बताया नाडा ने भारतीय एथलेटिक्स संघ (एएफआई) को आदेश दिए हैं कि वह एथलीट को एनआईएस के तहत राष्ट्रीय शिविर से जाने का आदेश दे और वह अपनी बेगुनाही साबित किए बगैर वापसी नहीं कर सकता.

एथलीट के प्रतिबंधित दवाओं के सेवन पर खेल मंत्री विजय गोयल ने कहा है कि डोपिंग को आपराधिक मामला बनाया जाएगा. उन्होने कहा कि इसके खिलाफ सख्त कानून बनाकर ये संदेश दिए जाएगा ताकि कोई भी खिलाड़ी डोपिंग करने से डरे.

आपको बता दें कि मेल्डोनियम के सेवन से ऑक्सिजन अवशोषित होता है और उससे शरीर की क्षमता बढ़ती है. विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (वाडा) ने सितम्बर, 2015 में 'मेल्डोनियम' को पहली जनवरी, 2016 से प्रतिबंधित दवाओं की सूची में शामिल किए जाने की घोषणा की थी.

Advertisement

पिछले दिनों रूस की स्टार टेनिस खिलाड़ी मारिया शारापोवा पर भी के इस्तेमाल के लिए प्रतिबंध लगाया गया था. इस मामले में शारापोवा पर प्राथमिक रूप से दो साल का प्रतिबंध लगा था, जिसकी अवधि बाद में घटाकर 15 माह कर दी गई थी.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement