
भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान मोहम्मद शाहिद गंभीर बीमारी की वजह से जिंदगी की जंग हार गए. गुड़गांव में बुधवार को उनका निधन हो गया है. पीएम मोदी ने भी उनके निधन पर दुख जताया है.
1980 मास्को ओलंपिक की गोल्ड विजेता भारतीय हॉकी टीम के सदस्य रह चुके शाहिद मेदांता अस्पताल में कोमा में थे और उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था. वो मल्टी ऑर्गन फेलियर से पीड़ित थे और कोमा से बाहर नहीं आ सके. उनका अंतिम संस्कार उनके जन्म स्थल वाराणसी में होगा. 56 वर्षीय शाहिद की मौत से भारतीय हॉकी समेत खेल जगह स्तब्ध है.
लीवर और किडनी की बीमारी से थे परेशान
वाराणसी में मोहम्मद शाहिद लीवर और किडनी की बीमारी से जूझ रहे थे. पीलिया और डेंगू के बाद उनकी हालत और खराब हो गई. उन्हें इलाज के लिए वाराणसी से गुड़गांव लाया गया था.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्विटर पर मोहम्मद शाहिद के निधन पर शोक जताया है.
खेल मंत्रालय ने दिया था मदद का भरोसा
केंद्रीय खेल मंत्रालय ने उनके लिए 10 लाख रुपये की मदद का ऐलान भी किया. साथ ही रेलवे ने भी उनके इलाज का पूरा खर्च उठाने का वादा किया था.
1980 ओलंपिक की गोल्ड विजेता टीम के थे सदस्य
भारत के महान हॉकी खिलाड़ियों में शुमार शाहिद 1980 की मास्को ओलंपिक गोल्ड मेडल विजेता भारतीय टीम के सदस्य थे. वह दिल्ली एशियाई खेल 1982 में सिल्वर मेडल जीतने वाली भारतीय टीम में भी शामिल थे.