
क्रिकेट की दुनिया में 24 वर्षों (1989-2013) तक छाए रहने वाले सचिन तेंदुलकर आज 48 साल के हो गए. महज 16 साल 205 दिन की उम्र में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखने वाले इस 'छोटे सचिन' ने 40 के हो जाने पर ही अपने बल्ले को आराम दिया. इस सफर के दौरान सचिन ने इतने कीर्तिमान रच डाले कि उन्हें 'भगवान' का दर्जा दे दिया गया.
मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने 664 अंतरराष्ट्रीय मैचों में रिकॉर्ड 34 हजार 357 रन बनाए. इस दौरान सचिन ने 100 शतक और 164 अर्धशतक लगाए. उन्होंने गेंदबाजी में कमाल दिखाते हुए 201 विकेट अपने नाम किए.
सचिन तेंदुलकर का जन्म 24 अप्रैल 1973 को दिन में 1 बजे मुंबई के शिवाजी पार्क राणाडे रोड स्थित निर्मल नर्सिंग होम में हुआ था. उस वक्त उनका वजन 2.85 किग्रा था. और आगे चलकर यही शिशु क्रिकेट का 'युगपुरुष' बन गया. सचिन ने पिछले साल कोरोना वॉरियर्स के सम्मान में अपना जन्मदिन नहीं मनाया था. सचिन खुद भी इस साल 27 मार्च को इस वायरस की चपेट में आ गए. जिसके बाद उन्हें 2 अप्रैल को अस्पताल में भर्ती करवाया गया. आठ अप्रैल को उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल गई.
जहां एक ओर, सचिन और अंजलि की लव स्टोरी किसी फिल्म की पटकथा से कम नहीं है. वहीं दूसरी ओर, सचिन तेंदुलकर का 24 तारीख का भी खास रिश्ता है. 24 तारीख वह दिन है, जिससे न सिर्फ उनके जीवन की शुरुआत हुई, बल्कि इसी तारीख को उन्होंने अपने क्रिकेट करियर की कई मंजिलें तय कीं. सचिन के जन्मदिन के मौके पर उनकी पत्नी अंजलि से जुड़ी लव स्टोरी पर नजर डालते हैं.
एयरपोर्ट पर वो पहली 'झलक'
घुंघराले बाल वाले सचिन ने अंजलि को पहली बार अगस्त 1990 में मुंबई एयरपोर्ट पर देखा था. तब सचिन करियर के अपने पहले इंग्लैंड दौरे से लौटे थे. वह सुर्खियों में थे, क्योंकि उन्होंने महज 17 साल 107 दिन की उम्र में टेस्ट क्रिकेट में शतक (नाबाद 119 रन, मैनचेस्टर टेस्ट) जमाने का कारनामा किया था. तब वह पाकिस्तान के मुश्ताक मोहम्मद (17 साल 78 दिन) के बाद सबसे कम उम्र में टेस्ट शतक जमाने वाले दूसरे क्रिकेटर थे.
अंजलि एयरपोर्ट पर अपनी फ्रेंड के साथ मां को रिसीव करने पहुंची थीं. तभी उनकी फ्रेंड डॉ. अपर्णा ने सचिन को पहचान लिया. और उन्होंने सचिन की ओर इशारा करते हुए अंजलि से कहा था कि ये वही है, जिसने इंग्लैंड में सेंचुरी जमाई है. अंजलि यह सुनते ही ऑटोग्राफ लेने के लिए सचिन के पीछे दौड़ी थीं. किसी लड़की को अपने पीछे भागता देख सचिन भी शरमा गए थे. वह चुपचाप अपनी कार में जा बैठे, क्योंकि उन्हें एयरपोर्ट पर लेने दोनों भाई अजीत और नितिन आए थे.
पहली बार फोन पर हुई बात
एयरपोर्ट पर पहली बार सचिन को देखने के बाद अंजलि किसी भी तरह सचिन से बात करना और मिलना चाहती थीं. उन्होंने दोस्तों की मदद से सचिन का फोन नंबर निकाला और बात करने में कामयाब हुईं. अंजलि ने फोन कर सचिन को बताया- मैंने एयरपोर्ट पर आपको देखा था. इस पर सचिन का जवाब था- 'हां, मैंने भी आपको देखा था, आप मेरे पीछे भाग रही थीं.'
सचिन के घर पहली 'मुलाकात'
फोन पर बातचीत के साथ ही सचिन और अंजलि की बीच दोस्ती की बुनियाद पड़ चुकी थी. अंजलि ने एक इंटरव्यू में बताया था कि सचिन से मुलाकात करने के लिए वह खुद को पत्रकार बता उनके घर पहुंच गई थीं. इससे सचिन का परिवार हैरान रह गया था. सचिन की मां ने अंजलि से पूछा था- 'क्या तुम सच में पत्रकार हो..?' दरअसल, उन्होंने सचिन को चॉकलेट गिफ्ट करते हुए देख लिया था.
... और बढ़ने लगीं मुलाकातें
सचिन की लोकप्रियता बढ़ने लगी थी. अंजलि से शहर में कहीं भी मिलना ठीक नहीं था. ऐसे में वह अंजलि से मिलने ग्रांट मेडिकल कॉलेज- जेजे हॉस्पिटल जाने लगे, जहां अंजलि डॉक्टर बनने के लिए ट्रेनिंग पर थीं. अंजलि के लोनावाला स्थित पैतृक बंग्लो पर भी दोनों मिला करते थे.
सचिन ने ऑटोबायोग्राफी (Sachin Tendulkar, Playing It My Way: My Autobiography) में एक घटना का जिक्र किया है. एक बार काफी मशक्कत के बाद रात 8.30 बजे दोनों ने मिलने का प्लान बनाया. सचिन समय से पहुंच गए, लेकिन अंजलि घर से निकल नहीं पाईं. आखिरकार सचिन को बिना मिले ही लौटना पड़ा था. उन्होंने बताया कि तब मोबाइल फोन नहीं होते थे और पब्लिक बूथ से अंजलि को फोन नहीं कर सकता था.
...जब सचिन 'सरदार' बन गए
ये बात 1992 की है, जब सचिन एक बार अंजलि के साथ फिल्म देखने के लिए थिएटर गए थे. अंजलि ने इसका खुलासा एक इंटरव्यू में किया था. अंजलि के अनुसार, 'हम दोनों कुछ फ्रेंड्स के साथ फिल्म 'रोजा' देखने पहुंचे थे. सचिन ने पहचान छुपाने के लिए सरदार जैसे कपड़े पहने थे और दाढ़ी लगा रखी थी. इंटरवल के बाद लोगों की नजर उनपर पड़ी और सचिन पहचान लिये गए थे. जिसके बाद हम सभी को फिल्म बीच में ही छोड़कर लौटना पड़ा था.'
...फिर हुई शादी की बात
सचिन शर्मीले स्वभाव के थे. वह अपने घरवालों से अंजलि के बारे में कुछ बता नहीं बता पा रहे थे. ऐसे में अंजलि ने ही एक कदम आगे बढ़ाया. सचिन कह चुके हैं. 'अंजलि से शादी के बारे में परिवार से पूछना दुनिया के तेज गेंदबाजों का सामना करने से भी ज्यादा कठिन था. तभी मैंने यह जिम्मा अंजलि को सौंपा था.'
दोनों की सगाई 1994 में न्यूजीलैंड में हुई थी. तब सचिन भारतीय टीम के साथ न्यूजीलैंड दौरे पर थे. 24 अप्रैल को सचिन के 21वें बर्थडे पर दोनों की एंगेजमेंट हुई थी. और एक साल बाद ही 24 मई 1995 को सचिन-अंजलि शादी के बंधन में बंध गए. यानी करीब पांच साल के अफेयर के बाद सचिन-अंजलि एक हो गए.
सचिन से जुड़े 24 तारीख के यादगार लम्हे
24 फरवरी 1988: 33 साल पहले नन्हे सचिन सुर्खियों में छा गए थे, जिससे उन्हें क्रिकेट विश्व में पहचान मिली और दुनिया वाह-वाह कह उठी. दरअसल, उन्होंने इस दिन अपने बालसखा विनोद कांबली के साथ हैरिस शील्ड के सेमीफाइनल में नाबाद 664 रन (तीसरे विकेट के लिए) की चमत्कारिक साझेदारी की थी. उस भागीदारी के दौरान सचिन 326 और कांबली 349 रन पर नाबाद रहे थे. मुंबई के आजाद मैदान (ससानियन सीसी) पर शारदाश्रम विद्यामंदिर टीम के स्कूली खिलाड़ियों की यह जादुई बल्लेबाजी किसी करिश्मा से कम नहीं थी.
तब कांबली (16 साल ) और सचिन (14 साल) की यह भागीदारी किसी भी विकेट के लिए किसी भी श्रेणी के क्रिकेट में सबसे बड़ी साझेदारी थी. सचिन-कांबली ने ऑस्ट्रेलियाई जोड़ी टी. पैटॉन और एन. रिपॉन के रिकॉर्ड को ध्वस्त किया था. बुफैले टीम के लिए इन कंगारू बल्लेबाजों ने 1913/14 में 641 रनों की पार्टनरशिप की थी. हालांकि 19 साल बाद हैदराबाद में मनोज कुमार और मो. शैबाज ने 721 रन ( तीसरे विकेट के लिए) की साझेदारी कर सचिन-कांबली के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया.
24 नबंबर 1989 : सचिन ने इस दिन 16 साल की उम्र में अपने टेस्ट करियर की पहली हाफ सेंचुरी (59 रन) बनाई थी. पाकिस्तान के खिलाफ अपने पहले दौरे में फैसलाबाद में उन्होंने सबसे कम उम्र में यह कारनामा किया था.
24 मई 1995 : सचिन तेंदुलकर ने 24 मई 1995 को गुजराती उद्योगपति आनंद मेहता और ब्रिटिश सामाजिक कार्यकर्ता एनाबेल मेहता की बेटी अंजलि से विवाह किया. सचिन अंजलि से छह साल छोटे हैं. दोनों की सगाई 1994 में न्यूजीलैंड में हुई थी.
24 सितंबर 1999 : सचिन के बेटे अर्जुन तेंदुलकर का जन्म 24 सितंबर 1999 को मुंबई में हुआ था. अर्जुन बाएं हाथ से गेंदबाजी करते हैं, जो उनके पिता के विपरीत है. अर्जुन को आईपीएल 2021 के लिए मुंबई इंडियंस (MI) ने अपनी टीम में शामिल किया है.
24 फरवरी 2010 : आज ही सचिन ने ग्वालियर के कैप्टन रूप सिंह स्टेडियम में वह ऐतिहासिक पारी खेली, जिसके बारे किसी ने सोचा तक न होगा. उन्होंने साउथ अफ्रीका के खिलाफ नाबाद 200 रन की पारी खेल कर वनडे क्रिकेट के इतिहास की पहली डबल सेंचुरी लगा दी.
सचिन ने 2013 में अपना 200वां टेस्ट खेलने के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया. इस तरह उनका अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर भी 24 साल (1989-2013) का रहा.