
पाकिस्तान कैबिनेट ने मौजूदा राजनीतिक तनाव के कारण पाकिस्तान और इंग्लैंड के बीच सीरीज के सीधे प्रसारण के लिए भारतीय कंपनियों के साथ अनुबंध के प्रस्ताव को मंगलवार को ठुकरा दिया.
पाकिस्तान के सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने मंगलवार को इस्लामाबाद में कैबिनेट की मीटिंग के बाद मीडिया से बताया कि पाकिस्तान टेलीविजन (PTV) ने सरकार से मैचों के प्रसारण के लिए स्टार और सोनी से करार पर हस्ताक्षर का आग्रह किया था.
फवाद ने कहा, 'दोनों भारतीय कंपनियों का दक्षिण एशिया की सभी क्रिकेट सामग्री पर एकाधिकार है और भारतीय कंपनी के साथ करार नहीं होने की स्थिति में पाकिस्तान में सीरीज का प्रसारण नहीं किया जाएगा.'
सूचना मंत्री ने कहा, 'इमरान खान सरकार पहले ही साफ कर चुकी है कि भारत के साथ रिश्ते पांच अगस्त 2019 की कार्यवाही को पलटने पर निर्भर करेंगे.' फवाद का इशारा जम्मू कश्मीर में धारा 370 को हटाए जाने के संदर्भ में था. उन्होंने कहा, 'जब तक उस कार्यवाही को वापस नहीं लिया जाता, तब तक भारत के साथ पाकिस्तान के रिश्ते सामान्य नहीं हो सकते.'
फवाद चौधरी ने यह भी कहा कि इंग्लिश क्रिकेट बोर्ड (ECB) से संपर्क करने के बाद हम बीच का रास्ता निकालने की कोशिश करेंगे.
अगर इंग्लैंड पाकिस्तान सीरीज का प्रसारण पाकिस्तान में नहीं होता है, तो पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को भारी वित्तीय नुकसान होगा. इसके अलावा पाकिस्तान के क्रिकेट फैन्स में भी सीरीज के प्रसारण पर अनिश्चितता को लेकर मायूसी है.
पाकिस्तान और इंग्लैंड के बीच जुलाई में सीरीज होनी है. इसमें 3 वनडे और 3 टी20 मैच खेले जाएंगे. ये सीरीज इंग्लैंड में 8 जुलाई से 20 जुलाई के बीच खेली जाएगी.