
चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में शुक्रवार को इंग्लैंड के खिलाफ मौजूदा सीरीज का पहला टेस्ट शुरू हुआ. चार साल बाद चेपॉक में खेले जा रहे टेस्ट मैच में मैदान के दोनों छोर पर भारतीय अंपायरों ने कमान संभाली है.
इंग्लैंड के खिलाफ चेन्नई में शुरू हुए टेस्ट मैच में अनिल चौधरी और नितिन मेनन मैदानी अंपायर हैं. घरेलू टेस्ट में 27 साल बाद ऐसा देखने को मिला, जब दोनों छोर पर भारतीय अंपायरों ने जिम्मेदारी संभाली.
इससे पहले फरवरी 1994 में अहमदाबाद टेस्ट में श्रीलंका के खिलाफ वीके रामास्वामी और एएल नरसिम्हन मैदानी अंपायर की भूमिका में नजर आए थे. उसी टेस्ट में कपिल देव ने रिचर्ड हैडली के सर्वाधिक विकेट का रिकॉर्ड (431) तोड़ा था.
55 साल के अनिल चौधरी का यह अंपायर के तौर पर टेस्ट डेब्यू है. इससे पहले वह 20 वनडे और 28 टी20 में मैदान पर अंपायरिंग कर चुके हैं. मेनन ने इससे पहले तीन टेस्ट, 24 वनडे और 16 टी20 में अंपायरिंग की है.
दरअसल, कोरोना महामारी के कारण आईसीसी ने विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के सभी मैचों के लिए घरेलू टीम के मैच अधिकारियों को मंजूरी दी है.