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Tokyo Olympics: अतनु-जाधव-तरुणदीप की तिकड़ी फेल, खाली हाथ रहे

अतनु दास, प्रवीण जाधव और तरुणदीप राय की भारतीय पुरुष तीरंदाजी टीम टीम स्पर्धा के क्वार्टर फाइनल में खिताब के प्रबल दावेदार दक्षिण कोरिया से हारकर टोक्यो ओलंपिक खेलों से बाहर हो गई.

Pravin Jadhav, Tarundeep Rai and Atanu Das. (Reuters) Pravin Jadhav, Tarundeep Rai and Atanu Das. (Reuters)
aajtak.in
  • टोक्यो,
  • 26 जुलाई 2021,
  • अपडेटेड 12:52 PM IST
  • कोरियाई टीम से हारकर भारतीय पुरुष तीरंदाजी टीम बाहर
  • तीरंदाजी में पदक की उम्मीद अब व्यक्तिगत मुकाबलों पर टिकी है

अतनु दास, प्रवीण जाधव और तरुणदीप राय की भारतीय पुरुष तीरंदाजी टीम सोमवार को टीम स्पर्धा के क्वार्टर फाइनल में खिताब के प्रबल दावेदार दक्षिण कोरिया से हारकर टोक्यो ओलंपिक खेलों से बाहर हो गई. भारत की तीरंदाजी में पदक की उम्मीद अब व्यक्तिगत मुकाबलों पर टिकी है, जिसमें तीनों पुरुष खिलाड़ी और दीपिका बुधवार को मैदान पर उतरेंगे.

भारतीय तिकड़ी ने कजाखस्तान को 6-2 से हराकर दिन की अच्छी शुरुआत की थी. लेकिन क्वार्टर फाइनल में उनका सामना नंबर एक कोरिया से था, जिसमें उसे 0-6 से करारी हार का सामना करना पड़ा. इससे पहले मिश्रित युगल में दीपिका कुमारी और जाधव की जोड़ी भी कोरियाई टीम से हारकर क्वार्टर फाइनल से आगे नहीं बढ़ पाई थी.

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पुरुष टीम स्पर्धा में कोरिया के डियोक जे किम, वूजिन किम और जिनयेक ओह ने भारतीय टीम को 59-54, 59-57, 56-54 से हराया. कोरियाई टीम पहले दो सेट में पूरी लय में दिखी. उसने कुल 12 में से 10 ‘परफेक्ट 10’ जमाकर भारतीयों पर दबाव बना दिया.

विश्व चैम्पियनशिप 2019 की रजत पदक विजेता भारतीय टीम ने दूसरे सेट में अच्छी चुनौती पेश की और चार बार 10 के अंक बनाए, लेकिन दास आखिरी तीर पर केवल 8 अंक बना पाए और कोरियाई टीम ने यह सेट जीत दिया.

Pravin Jadhav (R) and Atanu Das (Getty)

भारत को ग्वाटेमाला सिटी विश्व कप के स्वर्ण पदक विजेता दास ने निराश किया, जिन्होंने इससे पहले कजाखस्तान के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया था. वह कोरिया के खिलाफ एक बार भी ‘परफेक्ट 10’ नहीं बना पाए.

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दूसरी तरफ पहली बार ओलंपिक में खेल रहे जाधव ने बेहतरीन प्रदर्शन किया था और पांच बार 10 के स्कोर बनाए, जबकि तीसरे ओलंपिक में खेल रहे राय ने तीन बार 10 स्कोर बनाया, लेकिन यह जीत के लिए पर्याप्त नहीं था,

इससे पहले दास ने कजाखस्तान के खिलाफ 6 ‘परफेक्ट 10’ बनाए थे, जिससे भारत ने इलफात अब्दुललिन, डेनिस गैनकिन और सैंजार मुसायेव की टीम को 55-54, 52-51, 56-57, 55-54 से पराजित किया था. 

ग्वाटेमाला सिटी विश्व कप के स्वर्ण पदक विजेता दास व्यक्तिगत दौर में 35वें स्थान पर रहे थे, जिसके कारण वह अपनी पत्नी दीपिका कुमारी के साथ मिश्रित युगल में जोड़ी नहीं बना पाए थे. कजाखस्तान के खिलाफ हालांकि वह अच्छी लय में दिखे.

कजाखस्तान के खिलाड़ियों ने 10, 9 और 9 अंक बनाए, जिसके जवाब में भारत के तीनों तीरंदाजों ने समान 9 अंक हासिल किए. भारत की तरफ से पहले सेट के दूसरे चरण में जाधव और दास ने 10 अंक बनाए, जिससे टीम एक अंक से यह सेट जीतने में सफल रही. कजाखस्तान के दो खिलाड़ी इस चरण में 8-8 अंक ही बना पाए थे.

दूसरे सेट के पहले चरण में कजाखस्तान के तीनों तीरंदाजों ने समान 8 अंक बनाए, जबकि भारत ने 28 अंक बनाकर मजबूत बढ़त बना दी. तेज हवाओं के कारण जाधव अगले चरण में केवल 7 अंक बना सके, लेकिन इसके बावजूद भारतीय टीम दास के 10 और 9 अंक से दूसरा सेट भी जीतने में सफल रही,

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तीसरा सेट बेहद कड़ा रहा, जिसमें दोनों टीमों की तरफ से तीन बार 10 अंक बनाए गए. कजाखस्तान ने एक अंक से यह सेट जीतकर मैच को आगे खींच दिया, उसने चौथे सेट में भी शुरू में बढ़त बनाई, लेकिन भारतीय टीम एक अंक से यह सेट और मैच अपने नाम करने में सफल रही.

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