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वर्ल्ड बैडमिंटन में भारत को पहला गोल्ड दिलाने से बस एक कदम दूर सिंधु

48 मिनट तक चले मुकाबले में चीनी खिलाड़ी चेन यू फेई सिंधु के सामने कोई चुनौती नहीं पेश कर पाई. भारतीय खिलाड़ी ने दोनों ही सेट आसानी से जीते. 2013 और 2014 में खेले गए वर्ल्ड चैंपियनशिप में सिंधु ने ब्रांज मेडल जीता था. और अब फाइनल में उनका मुकाबला जापान की नोजोमी ओकुहरा से होगी.

पीवी सिंधु पीवी सिंधु
विश्व मोहन मिश्र
  • ग्लास्गो (स्कॉटलैंड),
  • 26 अगस्त 2017,
  • अपडेटेड 12:23 PM IST

भारतीय बैडमिंटन सनसनी पीवी सिंधु ने ग्लास्गो में खेले जा रहे वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बना ली है. सेमीफाइनल मुकाबले में सिंधु ने चीन की 19 वर्षीय खिलाड़ी चेन यू फेई को 21-13, 21-10 से हराया. इस जीत के साथ ही सिंधु ने वर्ल्ड चैंपियनशिप में चीनी खिलाड़ियों के खिलाफ अपना अजेय अभियान जारी रखा है.

48 मिनट तक चले मुकाबले में चीनी खिलाड़ी चेन यू फेई सिंधु के सामने कोई चुनौती नहीं पेश कर पाई. भारतीय खिलाड़ी ने दोनों ही सेट आसानी से जीते. 2013 और 2014 में खेले गए वर्ल्ड चैंपियनशिप में सिंधु ने ब्रॉन्ज मेडल जीता था. और अब फाइनल में उनका मुकाबला जापान की नोजोमी ओकुहारा से होगी.भारत की ओर से अबतक किसी भी शटलर ने गोल्ड मेडल पर कब्जा नहीं किया है. फाइनल रविवार शाम को खेला जाएगा.

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फाइनल में साइना को हराने वाली खिलाड़ी से मुकाबला

ओकुहारा ने शनिवार को ही खेले गए एक दूसरे सेमीफाइनल मुकाबले में सिंधु की हमवतन साइना नेहवाल को हराकर फाइनल में जगह बनाई. तीन गेम तक चले मुकाबले में ओकुहरा ने साइना को 12-21, 21-17, 21-10 से हराया. ओकुहारा वर्ल्ड चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने वाली पहली जापानी खिलाड़ी हैं.

साइना नेहवाल को वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल से संतोष करना पड़ेगा. साइना ने वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप में 2015 के बाद दूसरा मेडल (ब्रॉन्ज) सुनिश्चित किया. पिछली बार (2015 में) साइना ने स्पेन की कैरोलिना मारिन के हाथों फाइनल गंवाया था. इस वजह से उन्हें सिल्वर से संतोष करना पड़ा था. तब वह इस टूर्नामेंट में सिल्वर मेडल जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बनी थीं.

 

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