
टी20 वर्ल्ड कप के दूसरे सेमीफाइनल में गुरुवार को पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया की टीमें आमने-सामने होंगी. जीतने वाली टीम फाइनल में 14 नवंबर को न्यूजीलैंड से भिड़ेगी. पाकिस्तान की टीम अपने दूसरे खिताब के लिए जोर लगाएगी, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उसकी राह आसान नहीं होगी, क्योंकि एरॉन फिंच की टीम समय रहते लय हासिल करने में कामयाब रही है. दुबई में यह मुकाबला भारतीय समयानुसार शाम 7:30 बजे शुरू होगा.
टी20 वर्ल्ड कप 2016 के पहले दौर (सुपर-10) में बाहर होने के बाद पाकिस्तान ने इस बार बेहतरीन प्रदर्शन किया है. बाबर आजम की अगुआई वाला 2009 का चैम्पियन पाकिस्तान मौजूदा टूर्नामेंट की एकमात्र टीम है, जिसे अब तक शिकस्त का सामना नहीं करना पड़ा है. उसने लगातार पांच मैच जीते हैं और छठी जीत के साथ वह फाइनल में प्रवेश कर जाएगी. इस मैदान पर लक्ष्य का पीछा करने वाली टीमों का पलड़ा भारी रहा है और ऐसे में टॉस एक बार फिर अहम भूमिका निभाएगा.
दोनों टीमों के बीच पिछली बार टी20 विश्व कप 2010 के सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने माइक हसी के शानदार प्रदर्शन की बदौलत रोमांचक मुकाबले में जीत दर्ज की थी.
पाकिस्तान के लिए यूएई 'वरदान'
यूएई में हालांकि मौजूदा टूर्नामेंट में पाकिस्तान की टीम दबाव में अच्छा प्रदर्शन कर रही है और यहां की परिस्थितियों को लेकर सहज है. 2009 में श्रीलंका की टीम बस पर आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान में लंबे समय तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं हुआ और देश ने यूएई में अपने घरेलू मैच खेले. पाकिस्तान सुपर लीग के कई सत्र भी यहां आयोजित हुए.
भारत के खिलाफ एतिहासिक जीत से अभियान शुरू करने वाली पाकिस्तान की टीम अजेय नजर आ रही है और न्यूजीलैंड तथा अफगानिस्तान के खिलाफ विषम हालात में जीत दर्ज करके जज्बा दिखा चुकी है.
बाबर आजम के फॉर्म से चमका पाक
शानदार फॉर्म में चल रहे बाबर आजम (264) की अगुआई में पाकिस्तान का शीर्ष क्रम काफी मजबूत है. बाबर चार अर्धशतक जड़ चुके हैं और टीम को उनसे एक बार फिर अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद होगी. ऑस्ट्रेलिया का गेंदबाजी आक्रमण हालांकि उनकी चुनौती के लिए पूरी तरह से तैयार होगा और किसी भी गलती का फायदा उठाना चाहेगा.
बाबर और मोहम्मद रिजवान की सलामी जोड़ी अगर विफल रहती है तो पाकिस्तान के पास मध्यक्रम में कई मैच विजेता हैं, जिसमें लंबे छक्के जड़ने वाले आसिफ अली और अनुभवी शोएब मलिक और मोहम्मद हफीज सभी लय में हैं. टीम को हालांकि फखर जमां से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद होगी, जो एकमात्र बल्लेबाज हैं जो अब तक नाकाम रहे हैं.
गेंदबाजी: शाहीन-हारिस पर दारोमदार
पाकिस्तान के गेंदबाजी आक्रमण ने भी काफी प्रभावित किया है. तेज गेंदबाजों शाहीन शाह आफरीदी और हारिस रऊफ ने विरोधी बल्लेबाजों को परेशान किया है, लेकिन हसन अली उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं. बाबर को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हसन से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है.
इमाद वसीम, मोहम्मद हफीज और शादाब खान ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ स्पिन विभाग में कप्तान बाबर के मुख्य हथियार होंगे. स्पिन के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया को कई मौकों पर परेशानी का सामना करना पड़ा है.
AUS: पहली बार विजेता बनने का मौका
दूसरी तरफ 2010 का उपविजेता ऑस्ट्रेलिया सही समय पर अपना शीर्ष खेल दिखा रहा है और वह यहां खिताब जीतकर आईसीसी के उस टूर्नामेंट को भी जीतना चाहेगा, जिसे अब तक नहीं जीत पाया है. इंग्लैंड के खिलाफ 8 विकेट की शिकस्त के अलावा फिंच की अगुआई वाली टीम ने अपने बाकी सभी मुकाबलों में दबदबा बनाते हुए जीत दर्ज की है और दक्षिण अफ्रीका को पछाड़कर सेमीफाइनल में जगह बनाई.
ऑस्ट्रेलिया के पास जोश हेजलवुड, मिशेल स्टार्क और पैट कमिंस की मौजूदगी वाला बेहद मजबूत तेज गेंदबाजी आक्रमण है. बीच के ओवरों में लेग स्पिनर एडम जाम्पा ने शानदार प्रदर्शन किया है, जो मौजूदा टूर्नामेंट के दूसरे सबसे सफल गेंदबाज हैं.
ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल और मिशेल मार्श ने टीम को गेंद से सफलताएं दिलाई हैं और उसके पास बाएं हाथ के स्पिनर एश्टन एगर को खिलाने का विकल्प भी होगा.
वॉर्नर की फॉर्म में वापसी से गदगद टीम
डेविड वॉर्नर की फॉर्म में वापसी से ऑस्ट्रेलिया को मजबूती मिली है. टूर्नामेंट से पहले खराब फॉर्म से जूझ रहे वॉर्नर दो अर्धशतक जड़ चुके हैं, जिसमें पिछले मैच में नाबाद 89 रनों की पारी भी शामिल है. वॉर्नर और फिंच की सलामी जोड़ी किसी भी गेंदबाजी आक्रमण को ध्वस्त करने में सक्षम है.
तीसरे नंबर पर मार्श अच्छे फॉर्म में हैं. जल्दी विकेट गंवाने की स्थिति में भरोसेमंद स्टीव स्मिथ पर पारी को स्थिरता देने का दारोमदार होगा. उनका स्ट्राइक रेट हालांकि उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा है.
टीमें इस प्रकार हैं-
ऑस्ट्रेलिया: एरॉन फिंच (कप्तान), एश्टन एगर, पैट कमिंस, जोश हेजलवुड, जोश इंगलिस, मिशेल मार्श, ग्लेन मैक्सवेल, केन रिचर्डसन, स्टीव स्मिथ, मिशेल स्टार्क, मार्कस स्टोइनिस, मिशेल स्वेपसन, मैथ्यू वेड, डेविड वॉर्नर और एडम जाम्पा.
पाकिस्तान: बाबर आजम (कप्तान), शादाब खान, आसिफ अली, फखर जमां, हैदर अली, हारिस रऊफ, हसन अली, इमाद वसीम, मोहम्मद हफीज, मोहम्मद नवाज, मोहम्मद रिजवान, मोहम्मद वसीम जूनियर, सरफराज अहमद, शाहीन शाह आफरीदी और शोएब मलिक.