
Matthew Wade: जिस ऑस्ट्रेलियाई टीम को टी-20 वर्ल्डकप शुरू होने से पहले कोई दावेदार नहीं मान रहा था, अंत में वही विजेता बनकर उभरी है. रविवार को खेले गए फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने न्यूजीलैंड को मात दी और चैम्पियन बन गई. फाइनल मुकाबले में भले ही मिचेल मार्श नए हीरो बनकर निकले, लेकिन सेमीफाइनल में पाकिस्तान के सामने मैथ्यू वेड ने कमाल की पारी खेली थी.
पाकिस्तान के शाहीन आफरीदी के ओवर में लगातार 3 छक्के मारकर मैथ्यू वेड ने अपनी टीम को फाइनल में पहुंचाया था. टी-20 में टीम की कप्तानी कर चुके मैथ्यू वेड ने बताया था कि उन्हें लगता है कि ये उनका आखिरी वर्ल्डकप होगा, ऐसे में वो सबकुछ झकझोर देना चाहते थे. उन्होंने ऐसा किया भी और अपनी टीम के लिए हीरो साबित हुए.
...कैंसर का शिकार हो चुके हैं वेड
मैथ्यू वेड के बारे में अगर आप जानें तो उनकी जिंदगी काफी कठिनाइयों से बीती है. मैथ्यू वेड जब 16 साल के थे, तब उन्हें टेस्टिकुलर कैंसर हुआ था. फुटबॉल खेलते हुए जब उन्हें चोट लगी थी, तब उसके इलाज के लिए वह अस्पताल में थे और उसी वक्त कैंसर के बारे में जानकारी मिली थी.
जब किया प्लंबर और कारपेंटर का काम...
कैंसर का इलाज करवाने के दौरान मैथ्यू वेड गेम से दूर हो गए थे, ऐसे में उन्होंने प्लंबर के तौर पर काफी वक्त तक काम किया. मैथ्यू वेड कलर ब्लाइंड भी हैं, जब पिंक बॉल टेस्ट की शुरुआत हो रही थी तब इस का जिक्र मैथ्यू वेड ने खुद किया था.
साल 2018 में जब मैथ्यू वेड कुछ वक्त के लिए टीम से बाहर हुए थे, तब उन्होंने कारपेंटिंग का एक कोर्स किया था और बाद में अपने घर में काम किया था. जब मैथ्यू वेड की वाइफ की डिलिवरी होने वाली थी, तब उन्होंने टीम में चयन से इनकार किया था. लेकिन पत्नी के कहने पर बाद में वो टीम के साथ जुड़ गए थे.
आपको बता दें कि मैथ्यू वेड ने पाकिस्तान के खिलाफ सेमीफाइनल में 17 बॉल में 41 रन बनाए थे. इस दौरान उन्होंने 4 छक्के, 2 चौके मारे थे. शाहीन आफरीदी की लगातार 3 बॉल पर 3 छक्के जड़ मैथ्यू वेड सबसे बड़े मैच विनर बनकर उभरे.