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T20 World Cup Champion: 17 साल में तीन कप... और टीम इंडिया ने पूरा कर लिया वर्ल्ड कप का 'चौका'

भारत 17 साल बाद टी20 वर्ल्ड कप फतह कर फिर चैम्पियन बना है. भारत पिछले 17 सालों में 3 वर्ल्ड कप अपने नाम कर चुका है. इनमें 2 टी20 और 1 वनडे कप शामिल है. इसी के साथ अब तक भारतीय क्रिकेट टीम ने 2 वनडे वर्ल्ड कप और 2 टी20 वर्ल्ड कप अपने नाम कर लिए हैं. और इंडिया 4 वर्ल्ड कप जीतने वाली दुनिया की तीसरी क्रिकेट टीम बन गई है.

भारत ने दक्षिण अफ्रीका को हराकर टी20 वर्ल्ड खिताब अपने नाम कर लिया भारत ने दक्षिण अफ्रीका को हराकर टी20 वर्ल्ड खिताब अपने नाम कर लिया
राहुल चौहान
  • नई दिल्ली,
  • 30 जून 2024,
  • अपडेटेड 8:53 PM IST

दक्षिण अफ्रीका को हराकर टी20 वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय क्रिकेट टीम को दुनियाभर से बधाइयां मिल रही हैं. भारतीय टीम ने शनिवार 29 जून को वर्ल्ड कप का चौका लगा दिया. भारत 17 साल बाद टी20 वर्ल्ड कप फतह कर फिर चैम्पियन बना है. भारत पिछले 17 सालों में 3 वर्ल्ड कप अपने नाम कर चुका है. इनमें 2 टी20 और 1 वनडे कप शामिल है. इसी के साथ अब तक भारतीय क्रिकेट टीम ने 2 वनडे वर्ल्ड कप और 2 टी20 वर्ल्ड कप अपने नाम कर लिए हैं. और इंडिया 4 वर्ल्ड कप जीतने वाली दुनिया की तीसरी क्रिकेट टीम बन गई है.

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दरअसल, 1983 में कपिल देव की कप्तानी में वेस्टइंडीज को हराकर भारतीय क्रिकेट टीम पहली बार चैंपियन बनी थी. इसके बाद महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व में भारतीय टीम ने 2007 में भारत ने पहला टी20 वर्ल्ड कप जीता. फिर 2011 में भारतीय क्रिकेट टीम ने वनडे वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम किया. 83 के बाद ये पहली बार था, जब ट्रॉफी भारत के खाते में आई. और अब इस साल 2024 में रोहित की सेना ने टी20 वर्ल्ड कप फतह कर ऐतिहासिक जीत दर्ज की.

29 जून 2024 : टी 20 वर्ल्ड कप 

टी20 वर्ल्ड कप 2024 के फाइनल में 29 जून शनिवार को भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच रोमांचक मुकाबला हुआ. इसमें टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम ने दक्षिण अफ्रीका को 177 रनों का टारगेट दिया. इसके बाद बल्लेबाजी करने उतरी दक्षिण अफ्रीका की टीम की शुरुआत भले खराब रही. लेकिन 15 ओवर तक टीम जीत की ओर बहुत तेजी से बढ़ी. दक्षिण अफ्रीका को 28 गेंदों पर सिर्फ 27 रन बनाने थे और 6 विकेट भी हाथ में थे. ऐसा लग रहा था मानो ये मैच भारत के हाथ से निकल गया. लेकिन फिर भारतीय गेंदबाजों ने वापसी की और मैच को दक्षिण अफ्रीका के जबड़े से निकाल लाए. यह चौथा मौका है जब टीम इंडिया वर्ल्ड चैम्पियन बनी है.

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2 अप्रैल 2011 : वनडे वर्ल्ड कप

2 अप्रैल 2011 को वानखेड़े स्टेडियम में वनडे क्रिकेट वर्ल्ड कप का फाइनल मुकाबला खेला गया. इस दौरान भारत और श्रीलंका का मुकाबला था. तब महेंद्र सिंह धोनी टीम का नेतृत्व कर रहे थे. श्रीलंका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया. इस मैच में महेला जयवर्धने ने नाबाद 103 रन बनाए थे. श्रीलंका ने 50 ओवर में छह विकेट खोकर कुल 274 रन बनाए थे. इस टारगेट को चेज करने उतरी भारतीय टीम में वीरेंद्र सहवाग (0) और सचिन तेंदुलकर (18) जल्दी आउट हो गए थे. इसके बाद गौतम गंभीर ने शानदार 97 रनों की पारी खेली. मैच काफी रोमांचक था और तब भारत को जीत के लिए 11 गेंदों पर 4 रन चाहिए थे. क्रीज पर धोनी थे और उन्होंने छक्का लगाकर भारत को एक बार फिर चैम्पियन बनाया. इस मैच में धोनी ने नाबाद 91 रनों की पारी खेली थी. यह दूसरा मौका था जब भारत ने वनडे वर्ल्ड कप अपने नाम किया.

24 सितंबर 2007 : टी20 वर्ल्ड कप

भारतीय क्रिकेट टीम ने महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई में ही 2007 का टी-20 वर्ल्डकप भी अफने नाम किया था. दिन था 24 सितंबर. और टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल मैच भारत का मुकाबला पाकिस्तान से था. पहले बैटिंग करने उतरी भारतीय टीम ने पाकिस्तान को 158 रनों का टारगेट दिया था. भारत की ओर से गौतम गंभीर ने 75 रनों की कमाल की पारी खेली थी. इस रोमांचक मैच में पाकिस्तान को जब आखिरी ओवर में जीत के लिए 13 रनों की जरूरत थी, तब धोनी ने जोगिंदर शर्मा को बॉल थमाई. हर कोई इस फैसले से हैरान था, लेकिन जोगिंदर शर्मा धोनी के फैसले पर खरे उतरे और ओवर की तीसरी बॉल पर मिस्बाह को कैच आउट करा दिया. इसी के साथ टीम इंडिया ने फाइनल मुकाबले में पाकिस्तान को मात देकर टी-20 वर्ल्डकप का पहला कप अपने नाम कर लिया. 

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25 जून 1983 : वनडे वर्ल्ड कप

1983 का वनडे वर्ल्ड कप जीतना भारत के लिए किसी चमत्कार से कम नहीं था. जिस टीम पर भारत के लोग ही भरोसा नहीं कर रहे थे, उसने दुनिया भर को अपने प्रदर्शन से चौंका दिया था. इस वर्ल्ड कप से पहले भारतीय टीम वनडे में बेहद कमज़ोर मानी जाती थी. इससे पहले दो वर्ल्ड कप खेलने के दौरान भारत ने महज एक मैच जीता था. दिन था 25 जून. लॉर्ड्स में कपिल देव की अगुवाई में उतरी भारतीय टीम का फाइनल में मुकाबला था चैम्पियन वेस्टइंडीज के साथ. पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम 183 रनों पर सिमट गई थी. 

इसे चेज करने उतरी वेस्टइंडीज टीम ने दिग्गज विवियन रिचर्ड्स की मौजूदगी में एक विकेट के नुकसान पर 50 रन बना लिए थे. तब लग रहा था कि ये मैच भारत के हाथ से गया और वेस्टइंडीज लगातार तीसरी बार वर्ल्ड चैंपियन बनने वाली है. लेकिन यहां से मैच पलटा और कपिल देव के एक बेहद मुश्किल कैच ने रिचर्ड्स को आउट कर दिया. बस फिर क्या था, यहां से बाजी पलटी और वेस्टइंडीज की टीम ताश के पत्तों की तरह ढह गई. उस समय हैट्रिक के लिए मैदान में उतरी टीम 140 रनों पर ही सिमट गई. यह पहला मौका था जब भारत क्रिकेट की दुनिया का बादशाह बना.

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सिर्फ ये टीम जीती हैं 4 या इससे ज्यादा वर्ल्ड कप

बता दें कि भारतीय टीम चार वर्ल्ड कप जीतने वाली तीसरी क्रिकेट टीम बन गई है. इससे पहले सिर्फ ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज के नाम ये रिकॉर्ड है. ऑस्ट्रेलिया ने 7 बार वर्ल्ड कप जीता है, जबकि वेस्टइंडीज 4 बार वर्ल्ड चैम्पियन बन चुकी है. इन तीन टीमों के अलावा कोई और ये खिताब अपने नाम नहीं कर सका. हालांकि कई ऐसी टीम हैं, जो कई बार वर्ल्ड कप के फाइनल तक पहुंची, लेकिन वहां उन्हें हार का सामना करना पड़ा.

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