टोक्यो ओलंपिक में देश को पहला मेडल दिलाने वाली वेटलिफ्टर मीराबाई चनू भारत लौट आई हैं. दिल्ली एयरपोर्ट पर उनका जोरदार स्वागत हुआ. लोगों ने उन्हें देखकर भारत माता की जय के नारे लाए. साथ ही उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया. इस दौरान मीराबाई चनू की RT-PCR जांच भी की गई.
(फोटो- ANI)
इस मौके पर मीरा ने कहा कि अमेरिका जाकर ट्रेनिंग करना उनके लिए काफी फायदेमंद रहा. इसके अलावा उन्होंने पीएम मोदी और स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया का धन्यवाद दिया. मीराबाई ने कहा कि सरकार की टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम से उन्हें काफी मदद मिली.
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मीराबाई चनू ने बताया कि रियो ओलंपिक के बाद उन्होंने अपनी ट्रेनिंग का तरीका बदला और कोच विजय शर्मा ने पिछले पांच सालों में जमकर मेहनत कराई जिसका नतीजा है कि वो सिल्वर मेडल हासिल करने में कामयाब रहीं.
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इसके अलावा उन्होंने बताया यहां तक पहुंचने के लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की. इवेंट से पहले वो काफी दबाव महसूस कर रही थीं. लेकिन उन्होंने अपना बेस्ट करने की कोशिश की और नतीजा सबके सामने आ गया.
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बता दें, वेटलिफ्टर चनू ने टोक्यो में महिलाओं की 49 किलोग्राम वेट कैटेगरी में कुल 202 किलोग्राम वजन उठाकर सिल्वर मेडल जीता. वेटलिफ्टिंग में मेडल जीतने वाली वो दूसरी भारतीय खिलाड़ी बनीं. इससे पहले साल 2000 में सिडनी ओलंपिक में कर्णम मल्लेश्वरी ने ब्रॉन्ज मेडल जीता था
टोक्यो में कामयाबी के बाद मीरा को पूरे देश से तोहफे और बधाइयां मिल रही हैं. सिल्वर मेडल जीतने पर डोमिनोज ने मीराबाई चनू को फ्री पिज्जा की पेशकश की. मेडल जीतने के बाद उन्होंने कहा था कि पिज्जा खाए हुए उन्हें काफी समय हो गया है. अब वो पिज्जा जरूर खाएंगी.
मीराबाई का सिल्वर मेडल गोल्ड में बदल सकता है. चीनी खिलाड़ी होउ जिहूई का डोप टेस्ट किया गया. जिसमें उनका सैंपल-A संदेह में आया और अब सैंपल-B की जांच की जा रही है.
मीराबाई चनू को मणिपुर सरकार 1 करोड़ रुपये की इनाम राशि देगी. इसके अलावा राज्य सरकार ने मीरा को एडिशनल SP नियुक्त कर दिया है. मीरा ने एशियन वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में क्लीन एंड जर्क में वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था. साल 2018 में कॉमवेल्थ खेलों में 49 किलो वेट में गोल्ड मेडल जीता था. इसके अलावा साल 2017 में मीरा ने वर्ल्ड वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में 49 किलो में गोल्ड अपने नाम किया था.