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Olympics 2020 बेटियों पर नाज है: घोड़ा गाड़ी चलाकर पिता ने बनाया हॉकी की 'रानी', आज सेमीफाइनल में इनसे उम्मीदें

aajtak.in | नई दिल्ली | 04 अगस्त 2021, 5:09 PM IST

Olympics 2020, India vs Argentina Women Hockey Semifinals: टोक्यो ओलंपिक में आज हॉकी के सेमीफाइनल मुकाबले भारत की महिला हॉकी टीम का सामना अर्जेंटीना से था. महिला हॉकी टीम खिताबी जीत से सिर्फ दो कदम की नजदीक आकर सेमीफाइनल में हार गई. अब भारतीय महिला हॉकी टीम का अगला मुकाबला ब्रॉन्ज मेडल के लिए होगा.

India vs Argentina Women Hockey Semifinals: हरियाणा के कुरुक्षेत्र स्थित शाहाबाद की रहने वाली रानी रामपाल फॉरवर्ड खिलाड़ी हैं. वो जूनियर विश्व कप ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम का हिस्सा रह चुकी हैं. साथ ही दो बार कि एशियाई खेलों की पदक विजेता हैं. वर्तमान में अर्जेंटीना वर्ल्ड रैंकिंग में इस वक्त दूसरे स्थान पर है, जबकि भारत सातवें नंबर पर है. 

रानी रामपाल टीम की कप्तान (India women hockey captain Rani Rampal) होने के साथ-साथ शानदार फॉरवर्ड खिलाड़ी हैं. ओलंपिक 2020 (Olympics 2020) हॉकी के क्वार्टरफाइनल मुकाबले में भारतीय महिला हॉकी टीम (Women Hockey Team) ने तीन बार की चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को 1-0 से मात देकर सेमीफाइनल में जगह बनाई है. यह पहला मौका है जब भारतीय महिला टीम ओलंपिक के अंतिम-4 में पहुंची है.

4:49 PM (3 वर्ष पहले)

देखें खिलाड़ियों के घर का माहौल

Posted by :- Ajit Tiwari
3:36 PM (3 वर्ष पहले)

रानी रामपाल के परिजनों की टीवी पर टिकी नजरें

Posted by :- Ajit Tiwari
रानी रामपाल का परिवार (तस्वीर- अनीषा माथुर)
3:28 PM (3 वर्ष पहले)

भारतीय हॉकी टीम

Posted by :- Ajit Tiwari
टीम इंडिया
3:22 PM (3 वर्ष पहले)

सेमीफाइनल से पहले क्या बोले कप्तान रानी के माता-पिता?

Posted by :- Ajit Tiwari
Advertisement
12:02 PM (3 वर्ष पहले)

रानी के नाम में पिता का नाम

Posted by :- Ajit Tiwari

रानी के नाम में उनके पिता का नाम रामपाल जुड़ा हुआ है. पिता का नाम अपने नाम में जोड़ने का फैसला खुद रानी का था क्योंकि उनके पिता ही वो व्यक्ति थे जिन्होंने बेटी के लिए समाज की कभी परवाह नहीं की और उन्हें हॉकी खेलने के लिए प्रोत्साहित किया. वहीं, रानी की मां राम मूर्ति का कहना है कि रानी बचपन से हिम्मती, पक्के इरादे वाली और मेहनत करने वाली लड़की रही है. रानी की शादी के बारे में जब बात की गई तो रानी की मां का कहना है की रानी अभी सिर्फ खेल पर ध्यान देना चाहती हैं.

11:32 AM (3 वर्ष पहले)

पिता घोड़ा गाड़ी चलाकर करते थे गुजारा

Posted by :- Ajit Tiwari

रामपाल के पिता रामपाल एक घोड़ा गाड़ी चलाते थे, लेकिन कभी भी उन्होंने रानी की डाइट और उसकी प्रैक्टिस में रुकावट नहीं आने दी. रानी की मां अपनी बेटी को हर रोज सुबह 4:00 बजे मैदान छोड़कर आती थीं. वहां पर खेलने के बाद घर वापस लाते समय तक यह क्रम यूं ही चलता रहता. जब रानी पहली बार भारतीय जूनियर हॉकी टीम में खेलीं, तब उनके मां-बाप को लगा कि अब उनकी बेटी उनका और हरियाणा का नाम रोशन करेगी. आज रानी का घर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के पुरस्कारों से भरा पड़ा है.

11:02 AM (3 वर्ष पहले)

साया बनकर साथ खड़े रहे पिता

Posted by :- Ajit Tiwari

आज से करीब 15 साल पहले अगर रानी रामपाल के पिता रामपाल ने समाज के तानों, सामाजिक बहिष्कार की धमकियों और समाज के ठेकेदारों की परवाह की होती तो आज भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तानी कर रहीं रानी रामपाल का नाम शायद कहीं नहीं होता, लेकिन बेटी पर विश्वास और समाज से लड़ने का दम रखने वाले रानी रामपाल के पिता रामपाल और माता राम मूर्ति की मेहनत रंग लाई और आज रानी पूरे हिंदुस्तान की हॉकी की रानी बन चुकी हैं. 

11:01 AM (3 वर्ष पहले)

आसान नहीं रहा रानी रामपाल का सफर

Posted by :- Ajit Tiwari

कुरुक्षेत्र के शाहाबाद की रहने वालीं भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल का कप्तान तक का सफर इतना आसान नहीं था. गरीब घर में पैदा हुईं रानी को बचपन में समाज द्वारा हॉकी खेलने से रोका गया था. उनके माता-पिता पर दबाव डाला गया कि लड़कियां निक्कर और टी-शर्ट में भला किस तरह मैदान में खेल सकती हैं, लेकिन रानी का हौसला और मां-बाप का रानी के प्रति विश्वास इतना अधिक था कि आज रानी भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान हैं.

11:00 AM (3 वर्ष पहले)

रानी रामपाल के घर जश्न का माहौल

Posted by :- Ajit Tiwari

हॉकी के क्वार्टरफाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया पर 1-0 से जीत के बाद से ही हरियाणा के कुरुक्षेत्र के शाहाबाद उपमंडल में जश्न का माहौल है. भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल के घर बधाई देने वाले लोगों का आना-जाना लगा हुआ है. वहीं, आज के सेमाफाइनल मुकाबले में भी उनके बेहतर खेल के लिए दुआएं मांगी जा रही हैं.