
टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympic) में भारत के स्टार जेवलिन थ्रो (Javelin throw) प्लेयर नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) ने पुरुष भाला फेंक के क्वालिफिकेशन राउंड में शानदार प्रदर्शन करते हुए जर्मनी (Germany) के दिग्गज भाला फेंक खिलाड़ी जोहानस वेटर (Johannes Vetter) को हरा दिया है. उन्होंने पहले प्रयास में ही 86.65 मीटर दूर भाला फेंका. नीरज ने उस खिलाड़ी को मात दी है जिसने कहा था उसे हराना मुश्किल है.
नीरज से अब पदक की उम्मीद बढ़ गई है. वो जेविल थ्रो के फाइनल राउंड में पहुंच गए हैं. अब वह सात अगस्त को फाइनल राउंड में उतरेंगे. क्वालिफिकेशन राउंड में उन्होंने जर्मनी के जोहानस वेटर को हराया. इस इवेंट से पहले वेटर ने नीरज चोपड़ा को चैलेंज किया था कि वह उन्हें नहीं पछाड़ पाएंगे.
जोहानस वेटर ने कहा था - मुझे हराना मुश्किल होगा
दरअसल, वेटर ने विश्व एथलेटिक्स द्वारा आयोजित मीडिया सम्मेलन में कहा था, ‘नीरज ने इस साल दो बार अच्छी दूरी तय की है. फिनलैंड में उनका भाला 86 मीटर से दूर गया. अगर वह स्वस्थ हैं और सही स्थिति में हैं, खासकर अपनी तकनीक से वह दूर तक भाला फेंक सकते हैं.’ उन्होंने कहा, ‘उन्हें हालांकि मेरी चुनौती का सामना करना पड़ेगा. मैं टोक्यो में 90 मीटर अधिक दूरी हासिल करने की कोशिश करूंगा, ऐसे में उनके लिए मुझे हराना मुश्किल होगा.'
वेटर और नीरज की दोस्ती अच्छी है. दोनों जब मैदान पर होते हैं तो एक दूसरे के तगड़े प्रतिद्वंद्वी होते हैं लेकिन मैदान के बाहर वो अच्छे दोस्त हैं. दोनों की मुलाकात साल 2018 में जर्मनी के ऑफेनबर्ग में हुई थी. दोनों एक ही सेंटर पर ट्रेनिंग लेते थे.
पहली बार ओलंपिक में गए 23 वर्षीय नीरज चोपड़ा ने कुछ ही सेकेंड में फाइनल राउंड में अपनी जगह बना ली. उनका यह प्रदर्शन काफी बेहतरीन रहा. उन्होंने गोल्ड मेडल के दावेदार और 2017 के विश्व चैम्पियन जोहानस वेटर को पछाड़ा. वेटर ने क्वालिफिकेशन मार्क तक पहुंचने के लिए अपने पहले दो प्रयास में जूझते नजर आए.
चोपड़ा का यह सातवां बेस्ट थ्रो था और 2021 का तीसरा बेस्ट थ्रो. इससे पहले मार्च 2021 में इंडियन जीपी-3 में उन्होंने 88.07 मीटर, एशियन गेम्स 2018 में 88.06 मीटर, दक्षिण अफ्रीका में साल 2020 जनवरी में 87.87 मीटर, मार्च 2021 में फेडरेशन कप में 87.80 मीटर, दोहा डायमंड लीग में 87.43 मीटर और फिनलैंड में 86.79 मीटर दूर भाला फेंका था.