
दुनिया की नंबर-1 तीरंदाज दीपिका कुमारी का ओलंपिक पदक जीतने का सपना लगातार तीसरी बार टूट गया. वह टोक्यो ओलंपिक के क्वार्टर फाइनल में कोरिया की शीर्ष वरीयता प्राप्त अन सान से हार गईं. दीपका ने चार बार 7 का स्कोर किया, जबकि रैंकिंग दौर में ओलंपिक रिकॉर्ड के साथ शीर्ष पर रहीं अन ने छह मिनट के भीतर 6-0 से जीत दर्ज कर ली.
दीपिका 2016 रियो ओलंपिक में प्री-क्वार्टर फाइनल में हार गई थीं, जबकि लंदन ओलंपिक में भी नंबर वन तीरंदाज के रूप में उतरने के बावजूद वह पहले दौर से बाहर हो गई थीं.
अब तीरंदाजी में भारतीय चुनौती दीपिका के पति अतनु दास के रूप में बची है, जो दो बार के ओलंपिक चैम्पियन ओह जिन हयेक को हराकर प्री-क्वार्टर फाइनल में पहुंच गए हैं. वह शनिवार को जापान के ताकाहारू फुरूकावा से खेलेंगे जो 2012 ओलंपिक के रजत पदक विजेता और यहां टीम कांस्य विजेता हैं.
इससे पहले दीपिका ने पूर्व विश्व चैम्पियन रूसी ओलंपिक समिति की सेनिया पेरोवा को रोमांचक शूट ऑफ में हराकर क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया था.
पांच सेटों के बाद स्कोर 5-5 से बराबरी पर था. दीपिका ने दबाव का बखूबी सामना करते हुए शूटऑफ में परफेक्ट 10 स्कोर किया और रियो ओलंपिक की टीम रजत पदक विजेता को हराया.
एक तीर के शूटऑफ में शुरुआत करते हुए रूसी तीरंदाज दबाव में आ गई और सात ही स्कोर कर सकी, जबकि दीपिका ने 10 स्कोर करके मुकाबला 6-5 से जीता. दीपिका की 2017 विश्व चैम्पियन के खिलाफ तीन मैचों में यह पहली जीत थी.
दीपिका और अन सान का सामना इसी जगह पर टोक्यो 2020 टेस्ट टूर्नामेंट में भी 2019 में हुआ था और तब भी भारतीय खिलाड़ी को पराजय का सामना करना पड़ा था.