
भारत की स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु ने कहा कि वह टोक्यो ओलंपिक में अपनी प्रतिद्वंद्वियों को परेशानी में डालने के लिए नए कौशल और तकनीक पर काम कर रही हैं. रियो ओलंपिक की रजत पदक विजेता और विश्व चैम्पियन सिंधु का मानना है कि कोरोना वायरस महामारी के कारण मिले विश्राम से उन्हें अपने खेल की कमजोरियों को दूर करने और उसमें कुछ नया जोड़ने का अवसर मिला.
उनकी कड़ी प्रतिद्वंद्वी और मौजूदा चैम्पियन कैरोलिना मारिन घुटने की चोट के कारण ओलंपिक में अपने खिताब का बचाव नहीं कर पाएंगी, लेकिन सिंधु जानतीं है कि प्रतिस्पर्धा तब भी कड़ी होगी.
सिंधु ने भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) की ओर से आयोजित वर्चुअल संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'महिलाओं के सर्किट में शीर्ष 10 खिलाड़ी समान स्तर की हैं. यदि एक खिलाड़ी नहीं खेल पाता है तो आप इसे आसानी से नहीं ले सकते हैं.'
उन्होंने कहा, 'ताइ जु यिंग, रतचानोक इंतानोन, नोजोमी ओकुहारा और अकाने यामागुची जैसी खिलाड़ी हैं. ये सभी अच्छी खिलाड़ी हैं. आप यह नहीं कह सकते कि यदि एक खिलाड़ी अनुपस्थित है तो यह आसान होगा. मैं इसको लेकर सहज नहीं हो सकती. मुझे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने पर ध्यान देना होगा.'
सिंधु 2016 ओलंपिक फाइनल और 2017 विश्व चैम्पियनशिप के खिताबी मुकाबले में मारिन से हार गई थीं. उन्होंने कहा, 'रतचानोक जैसी कुछ खिलाड़ी खतरनाक हैं. वह एक कुशल खिलाड़ी है. हमें उससे सतर्क रहना होगा.'
सिंधु ने कहा, 'जहां तक मेरी बात है तो तकनीक और कौशल में सुधार करने के लिए यह मेरे लिए बहुत अच्छा समय रहा. मैंने सुधार किया है. यह अच्छा रहा कि मुझे इतना अधिक समय मिल गया. आम तौर पर हमें अपनी गलतियों को सुधारने या नए कौशल को सीखने का समय नहीं मिलता.'
उन्होंने कहा, 'इसमें समय लगता है. इसलिए मेरे पास यह समय है और मैं इसका उपयोग कर रही हूं. उम्मीद है कि ओलंपिक में मेरे पास कुछ नई तकनीक और कौशल होगा.'
सिंधु ने कहा कि उन्हें और अन्य खिलाड़ियों को चीनी खिलाड़ियों से सतर्क रहना होगा क्योंकि वे पिछले कुछ समय से प्रतियोगिताओं में नहीं खेल रही हैं.
सिंधु ने कहा, 'वे लंबे समय से नहीं खेली हैं. हमने उन्हें नहीं देखा है. चेन यू फेई और ही बिंग जियाओ बहुत अच्छी खिलाड़ी हैं. ओलंपिक में परिस्थितियां पूरी तरह से भिन्न होंगी. आप अपने प्रतिद्वंद्वियों को कम करके नहीं आंक सकते हो.'
अपने मजबूत पक्षों के बारे में सिंधु ने कहा कि वह हमेशा आक्रामक खेल खेलना पसंद करती हैं. उन्होंने कहा, 'आक्रमण मेरा मजबूत पक्ष है. प्रतिद्वंद्वी मेरा खेल जानते हैं और इसलिए मैं अपने रक्षण पर भी काम कर रही हूं. मैं लंबे कद की हूं इसलिए मेरा आक्रमण अच्छा है. मुझे प्रत्येक स्ट्रोक, हर चीज के लिए तैयार रहना होगा.'
हैदराबाद की इस खिलाड़ी ने कहा कि गचिबावली स्टेडियम में अभ्यास करना ओलंपिक के लिए आदर्श तैयारी हैं क्योंकि यहां उन्हें बड़े स्टेडियमों में खेलने का अहसास होता है.
सिंधु ने साइना नेहवाल और किदाम्बी श्रीकांत के प्रति भी सहानुभूति व्यक्त की जो क्वालिफाइंग प्रतियोगिताएं रद्द होने के कारण ओलंपिक में नहीं खेल पाएंगे.
उन्होंने कहा, 'अच्छा होता यदि वे भी वहां होते. किसी को पता नहीं था कि परिस्थितियां ऐसी होंगी. हर किसी ने अपनी तरफ से सर्वश्रेष्ठ प्रयास किए, लेकिन खिलाड़ियों की सुरक्षा को देखते हुए दुर्भाग्य से टूर्नामेंट रद्द कर दिए गए. जिंदगी पहले है. ओलंपिक में भी हमारा हर दिन परीक्षण होगा.'