
16वें पैरालंपिक खेलों का उद्घाटन समारोह मंगलवार को टोक्यो में हुआ. पैरालंपिक 57 वर्षों में पहली बार टोक्यो में लौटा है. इसी के साथ टोक्यो दो बार पैरालंपिक खेलों की मेजबानी करने वाला पहला शहर बन गया है.
उद्घाटन समारोह विविधता और समावेश के प्रतीक 'पैरा एयरपोर्ट' पर सेट किया गया. इसकी शुरुआत एक वीडियो के साथ हुई है जिसमें पैरा एथलीटों की ताकत को दर्शाया गया. वीडियो के खत्म होते ही ‘पैरा एयरपोर्ट’ के कर्मियों की तरह पोशाक में रंगारंग कार्यक्रम पेश किया गया, जिसके बाद स्टेडियम के ऊपर आतिशबाजी का शानदार नजारा दिखा.
इससे पहले अंतरराष्ट्रीय पैरालंपिक समिति के अध्यक्ष एंड्रयू पार्सन्स और जापान के सम्राट नारुहितो का स्टेडियम में स्वागत किया गया, जिसके बाद चार बार के ओलंपिक फ्रीस्टाइल कुश्ती चैम्पियन काओरी इको और बचाव कार्यकर्ता ताकुमी अस्तानी सहित छह व्यक्ति जापान के ध्वज को मंच पर लेकर आए.
इन वैश्विक खेलों के इस सत्र में रिकॉर्ड 4403 खिलाड़ी शामिल होंगे. इसका पिछला रिकॉर्ड 4328 खिलाड़ियों के भाग लेने का था, जो रियो 2016 खेलों में बना था. टोक्यो पैरालंपिक खेलों में 2550 पुरुष और 1853 महिला खिलाड़ी चुनौती पेश करेंगे.
17वें नंबर पर आया भारतीय दल
सबसे पहले मेजबान जापान के राष्ट्रीय ध्वज को स्टेडियम में लाया गया. भारतीय दल ने 17वें नंबर पर अपना मार्च पास्ट निकाला. भाला फेंक खिलाड़ी टेक चंद भारतीय दल के ध्वजवाहक थे.
बता दें कि 24 अगस्त से पांच सितंबर तक चलने वाले पैरालंपिक खेलों के दौरान 163 देशों के लगभग 4500 खिलाड़ी 22 खेलों की 540 स्पर्धाओं में हिस्सा ले रहे हैं. इसमें भारत की तरफ से भी अब तक का सबसे बड़ा दल हिस्सा ले रहा है. भारत से 9 अलग-अलग खेलों में कुल 54 खिलाड़ी पदक के लिए जोर लगाएंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय खिलाड़ियों को शुभकामना दी है. उन्होंने ट्वीट किया कि मुझे यकीन है कि हमारा पैरालंपिक दल अपना सर्वश्रेष्ठ देगा और दूसरों को प्रेरित करेगा.