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World Cup 2023: 20 साल में कुछ नहीं बदला... दादा से हिटमैन तक एक जैसे रहे WC फाइनल में हार के 6 संयोग

World Cup 2023: टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया से वर्ल्ड कप में 20 साल पुराना हिसाब चुकता करने से भी चूक गई. इसे दुर्भाग्य कहें या संयोग, लेकिन 2003 के विश्व कप फाइनल में भी टीम इंडिया ने कंगारुओं से ऐसे ही मात खाई थी. आंकड़े बताते हैं कि दोनों विश्व कप में टीम इंडिया की हार की कहानी लगभग एक जैसी ही रही है.

World Cup 2023: 20 साल में कुछ नहीं बदला... दादा से हिटमैन तक एक जैसे रहे WC फाइनल में हार के 5 संयोग World Cup 2023: 20 साल में कुछ नहीं बदला... दादा से हिटमैन तक एक जैसे रहे WC फाइनल में हार के 5 संयोग
सुमित कुमार
  • नई दिल्ली,
  • 20 नवंबर 2023,
  • अपडेटेड 7:08 PM IST

World Cup 2023 and 2003 Final: 19 नवंबर 2023. वो तारीख जब टीम इंडिया विश्व कप फाइनल में जीत की नई इबारत लिखने मैदान पर उतरी थी. कपिल देव और एमएस धोनी की तरह वर्ल्ड चैंपियन बनने से रोहित ब्रिगेड बस एक कदम दूर थी. लेकिन तभी कंगारुओं ने ऐसी बाजी पलटी कि करोड़ों देशवासियों के सपने चूर-चूर हो गए. अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए ICC विश्व कप के फाइनल में कंगारुओं ने भारत को 6 विकेट से करारी शिकस्त दी और छठी बार वर्ल्ड चैंपियन बने.

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इस तरह टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया से वर्ल्ड कप में 20 साल पुराना हिसाब चुकता करने से भी चूक गई. इसे दुर्भाग्य कहें या संयोग, लेकिन 2003 के विश्व कप फाइनल में भी टीम इंडिया ने कंगारुओं से ऐसे ही मात खाई थी. आंकड़े बताते हैं कि दोनों विश्व कप में टीम इंडिया की हार की कहानी लगभग एक जैसी ही रही है.

1. सचिन-शुभमन ने बनाए 4-4 रन
2003 के विश्व कप फाइनल में भारत के सलामी बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर महज 4 रन बनाकर आउट हो गए थे. सचिन ग्लेन मैक्ग्रा की गेंद पर बड़ा शॉट लगाने के चक्कर में अपना विकेट गंवा बैठे थे. इस विश्व कप फाइनल में शुभमन गिल भी 4 रन बनाकर स्टार्क की गेंद पर आउट हुए.

2. पहले ओवर में 15 रन
यह एक दुर्लभ संयोग है कि दोनों विश्व कप फाइनल में टीम इंडिया के गेंदबाजों ने पारी के पहले ही ओवर में 15-15 रन लुटाए. 2003 के विश्व कप फाइनल में जहीर खान ने पहले ओवर में 15 रन दिए थे. पहले ओवर में 15 रन देने का यह सिलसिला इस बार जसप्रीत बुमराह ने जारी रखा.

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3. 6 बल्लेबाजों का सिंगल डिजिट स्कोर
दोनों विश्व कप फाइनल में टीम इंडिया के 6 ऐसे बल्लेबाज रहे, जो अपना स्कोर डबल डिजिट में भी कन्वर्ट नहीं कर पाए. 2003 के विश्व कप फाइनल में सचिन तेंदुलकर (4), मोहम्मद कैफ (0), हरभजन सिंह (7), जहीर खान (4), जवागल श्रीनाथ (1) और आशीष नेहरा (8 नाबाद) समेत 6 बल्लेबाज सिंगल डिजिट के स्कोर पर आउट हो गए थे.

जबकि इस विश्व कप फाइनल में शुभमन गिल (4), श्रेयस अय्यर (4), रवींद्र जडेजा (9), मोहम्मद शमी (6), जसप्रीप बुमराह (1) और मोहम्मद सिराज (9 नाबाद) रन के सिंगल डिजिट स्कोर पर क्रीज से लौट गए.

4. कंगारु गेंदबाजों के हिस्से में बराबर विकेट
दोनों ही वर्ल्ड कप फाइनल्स में ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों का बॉलिंग ग्राफ एक जैसा दिखाई देता है. दोनों फाइनल्स में कंगारू गेंदबाजों के हिस्से में बराबर-बराबर विकेट आए हैं.

2003 विश्व कप फाइनल   2023 विश्व कप फाइनल  
गेंदबाज विकेट गेंदबाज विकेट
ग्लेन मैक्ग्रा   3 मिचेल स्टार्क    3
ब्रेट ली   2 जोश हेजलवुड    2
एंड्र्यू सायमंड्स   2 पैट कमिंस    2
एंडी बिकल   1 एडम जैम्पा    1
ब्रैड हॉग   1 ग्लेन मैक्सवेल    1


5. पोन्टिंग-हेड का स्ट्राइक रेट
2003 के विश्व कप फाइनल में जो काम ऑस्ट्रेलिया के लिए रिकी पोन्टिंग ने किया था, वो काम इस बार ट्रेविस हेड ने किया. रिकी पोन्टिंग ने जहां 4 चौके और 8 छक्के जड़कर 140 रन बनाए थे. वहीं ट्रेविस हेड ने 15 चौके और 4 छक्के जड़कर 137 रन स्कोर बोर्ड पर लगा दिए. बेशक दोनों के स्कोर में 3 रन का अंतर है, लेकिन दोनों का स्ट्राइक रेट लगभग 115 था.

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6. 2 बल्लेबाज 4 रन पर आउट
दोनों ही विश्व कप फाइनल्स में टीम इंडिया के 2-2 बल्लेबाज 4 रन के स्कोर पर आउट हुए हैं. 2003 के WC फाइनल में जहां सचिन तेंदुलकर और जहीर खान 4 रन बनाकर आउट हुए थे. वहीं, इस विश्व कप में शुभमन गिल और श्रेयस अय्यर इस अंक का शिकार हुए.

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