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किसी भी स्थिति से निबटने के लिये कमांडो और खोजी दस्तों सहित लगभग 5000 सुरक्षाकर्मियों की मौजूदगी में राष्ट्रमंडल खेलों के उद्घाटन समारोह के लिये जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम का नजारा किसी किले से कम नहीं लग रहा था. भारत में अब तक किसी भी आयोजन के लिये इस तरह की अभूतपूर्व सुरक्षा व्यवस्था नहीं की गयी.
गृहमंत्री पी चिंदबरम ने उद्घाटन समारोह से पहले स्वयं सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया. उन्होंने लगभग तीन बजे जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में पहुंचकर सुरक्षा की जानकारी ली तथा शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों से बातचीत की.
गृहमंत्री से जब सुरक्षा के बारे में पूछा गया तो उन्होंने मुस्कराते हुए केवल इतना कहा, ‘सब कुछ ठीक है.’ दिल्ली में उदघाटन समारोह से पहले ही सभी सुरक्षा के लिये सिर्फ जमीनी ही नहीं बल्कि हवाई प्रबंध भी किये गये.
वायुसेना के हेलीकाप्टर ने हवाई सुरक्षा का जिम्मा संभाल रखा था. यही नहीं जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइल और एंटी एयरक्राप्ट भी लगाये गये थे. उदघाटन समारोह से पहले दिल्ली से किसी भी तरह की उड़ान पर प्रतिबंध था.
कमांडो को ‘लाइट आर्मड ट्रूप्स कैरियर’ : एलएटीई : के साथ तैनात किया गया था वहीं अर्धसैनिक बलों और दिल्ली पुलिस के विशेष रूप से प्रशिक्षित जवानों ने भी अलग से मोर्चा संभाल रखा था. विशेष रूप से प्रशिक्षित 200 कुत्ते और 15 बम निरोधक दस्ते भी तैनात किये गये थे.
चिदंबरम के जाने के बाद गृह सचिव जी के पिल्लई ने सुरक्षा व्यवस्था देखी. वह अपनी पत्नी के साथ पहुंचे थे और उन्होंने सुरक्षा पर संतोष जताया.