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बीसीसीआई ने बिहार और उत्तराखंड में क्रिकेट प्रशासन के लिये एडहॉक कमेटी का गठन किया है. बिहार के क्रिकेट प्रशासन कमेटी के अध्यक्ष निरंजन शाह जबकि उत्तराखंड की कमेटी के अध्यक्ष एम पी पंडोव होंगे.
पांच-पांच सदस्यों वाली है कमेटी
बिहार में क्रिकेट मामलों को देखने वाली समिति में समिति के अध्यक्ष निरंजन शाह के अलावा विनोद फड़के (सचिव, गोवा क्रिकेट संघ), सौरव दासगुप्ता (सचिव त्रिपुरा क्रिकेट संघ), भरत झावेरी (कार्यकारी सदस्य गुजरात क्रिकेट संघ) और रत्नाकर शेट्टी (महाप्रबंधक, खेल विकास, बीसीसीआई) शामिल हैं. जबकि उत्तराखंड के पैनल में अध्यक्ष एम पी पांडोव के अलावा इस समिति में विशाल मारवाह (सचिव हिमाचल प्रदेश क्रिकेट संघ) सुबीर गांगुली (संयुक्त सचिव बंगाल क्रिकेट संघ), विनोद शाह (उपाध्यक्ष महाराष्ट्र क्रिकेट संघ) केवीपी राव (मैनेजर, खेल विकास, बीसीसीआई) शामिल हैं.
क्रिकेट की भलाई के लिए किया फैसला
बीसीसीआई सचिव अनुराग ठाकुर ने इस बारे में कहा, 'इन राज्यों में संघों के बीच आपसी मतभेदों के कारण उदीयमान क्रिकेटरों को बेवजह की सजा मिल रही है. इन राज्यों में क्रिकेट को आगे बढ़ाने के लिये बीसीसीआई ने तदर्थ समिति गठित करने का फैसला किया. ये समितियां इन राज्यों के मान्यता संबंधी मसला सुलझने तक काम करेंगी. इससे इन राज्यों के क्रिकेटर इस सत्र से बीसीसीआई के एसोसिएट और एफिलिएट सदस्यों के टूर्नामेंट में हिस्सा ले पाएंगे.'
आदित्य वर्मा ने किया स्वागत
पिछले काफी समय से बीसीसीआई के खिलाफ मोर्चा खोले आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में याचिकाकर्ता और क्रिकेट एसोसिएशन आफ बिहार के सचिव आदित्य वर्मा ने इस कदम का स्वागत किया. उन्होंने कहा, 'इस फैसले का मतलब हुआ कि बिहार के अंडर 16, अंडर 19 और अंडर 23 लड़के नेशनल लेवल के टूर्नामेंटों में खेल पाएंगे. जब तक मुझे आशा है कि बीसीसीआई बिहार के क्रिकेटरों की भलाई चाहता है, मुझे कोई समस्या नहीं है लेकिन अगर इसके विपरीत हुआ तो संस्थान के खिलाफ मेरी लड़ाई जारी रहेगी.
इनपुट: भाषा