
जम्मू-कश्मीर के पंपोर में सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकियों द्वारा किए गए हमले में दो जवान शहीद हो गए, जबकि 9 अन्य घायल हो गए हैं. शनिवार दोपहर करीब 3:30 बजे काफिले पर हमला किया गया, जिसके बाद से मुठभेड़ जारी है. रात होने के कारण सुरक्षाबलों ने फिलहाल ऑपरेशन रोक दिया है और फिर रविवार सुबह से तलाशी अभियान शुरू किया जाएगा. सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को घेर लिया है. बताया जाता है कि दो से तीन आतंकी इंटरप्रेन्योरशिप डवलपमेंट इंस्टीट्यूट (ईडीआई) की इमारत में छिप गए हैं. गोलीबारी में एक आम नागरिक भी घायल हो गया.
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, इमारत में करीब 100-120 लोग फंसे हुए थे, जिनको सुरक्षित निकाल लिया गया है. इंडिया टुडे ग्रुप से बातचीत में ईडीआई के एक कर्मचारी अशफाक मीर ने कहा, 'मैं अब सुरक्षाबलों की गाड़ी में हूं और हमें सुरक्षित स्थान पर ले जाया जा रहा है. सभी नागरिकों को 7 पालियों में सुरक्षित निकाल लिया गया है.' मीर ने बताया कि अभी भी आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच ताबड़तोड़ गोलीबारी हो रही है.
आतंकियों की संख्या की पुख्ता जानकारी नहीं
सीआरपीएफ के प्रवक्ता बवीश चौधरी ने बताया कि जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर सीआरपीएफ के काफिले पर हमले के बाद आतंकी ईडीआई की इमारत की ओर भागे. आतंकियों की संख्या का पक्के तौर पर पता नहीं चल पाया है. सुरक्षाबलों की पहली प्राथमिकता इमारत में फंसे लोगों को सुरक्षा सुनिश्चित करना है.
मामले की गंभीरता को देखते हुए हाईवे से सटे इलाके में ट्रैफिक रोक दिया गया है और नागरिकों को वहां से सुरक्षित बाहर निकाला जा रहा है. ईडीआई की बगल की इमारत से भी लोगों को निकाला जा रहा है. अधिकारियों ने बताया कि घटनास्थल पर पुलिस, अर्धसैनिक बल और सेना के जवानों को भी भेजा गया है.