
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ के नेता कन्हैया कुमार अपनी गिरफ्तारी के तीन सप्ताह बाद जेल से जेएनयू परिसर लौटे. कथित तौर पर राष्ट्र-विरोधी नारे लगाने के लिए देशद्रोह के आरोप का सामना कर रहे 29 वर्षीय कुमार ने परिसर में छात्रों को संबोधित करते हुये प्रधानमंत्री मोदी को आड़े हाथों लिया.
1. कन्हैया ने कहा कि वे भारत में स्वतंत्रता चाहते हैं ना कि भारत से.
2. प्रधानमंत्री के साथ कई मतभेद, लेकिन उनके सत्यमेव जयते के ट्वीट से समहत हूं क्योंकि यह शब्द संविधान में है.
3. कन्हैया ने जेल के अनुभव साझा करते हुए कहा कि उन्हें भारत के संविधान और न्यायपालिका में भरोसा है.
4. कन्हैया ने कहा कि देशद्रोह का आरोप लगाया जाना सोची समझी साजिश. ताकि यूजीसी प्रदर्शन और रोहित वेमुला के लिए न्याय की लड़ाई को दबाया जा सके.
5. कन्हैया ने कहा कि सूरज को चाहे जितनी बार भी चांद कह दें वो चांद नहीं बन जाएगा. झूठ को सच बनाना मुश्किल है.
6. दाल की बढ़ती कीमतों पर कन्हैया ने सरकार पर निशाना साधा और कहा कि 'हमें हर-हर कह कर ठगा गया. देश अरहर से परेशान है.'
7. कन्हैया ने जेल से निकलकर प्रधानमंत्री मोदी पर आक्रामक रुख इख्तियार करते हुए कहा कि 'मोदी जी मन की बात करते हैं पर सुनते नहीं.'
8. कन्हैया ने जेएनयू के समर्थन में खड़े होने वालों का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि जो उन लोगों को मैं सैल्यूट करता हूं.
9.कन्हैया ने कहा कि जेएनयू में एडमिशन पाना मुश्किल है और जेएनयू के प्रदर्शन को भुलाना भी मुश्किल है.
10. कन्हैया ने पीएम पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि 'दिन में मोदीजी भाषण दे रहे थे. उन्होंने स्टालिन और ख्रुश्चेव का जिक्र किया. तब लगा कि टीवी में घुस जाऊं और सूट पकड़कर कहूं कि हिटलर पर भी बोलिए.'