नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 100 सीक्रेट फाइलें शनिवार को सार्वजनिक कर दी गईं. ये सभी फाइलें netajipapers.gov.in पर जारी की गई हैं. नेशनल आर्काइव्स अब हर महीने उनसे जुड़ी 25 फाइलें सार्वजनिक करने वाला है. इन्हीं में दर्ज 10 सीक्रेट...
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नेताजी सुभाष चंद्र बोस इन्क्वायरी कमेटी की 11 सितंबर 1956 की रिपोर्ट में कहा गया था कि नेताजी की मौत 18 अगस्त 1945 को प्लेन क्रैश में हुई.
- जापान की हार जब तय दिखने लगी तो नेताजी ने रूस जाने करने तैयारी कर ली. वह 16 अगस्त 1945 को प्लेन से बैंकॉक से मंचूरिया के लिए निकल गए.
- प्लेन 18 अगस्त को ताईहोकू में क्रैश हो गया और नेताजी बुरी तरह जल गए. उन्हें उसी रात ताईहोकू हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, पर बचाया न जा सका.
- ताईहोकू में ही उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया. अस्थियां सितंबर में टोक्यो लाई गईं और रेंकोजी मंदिर में रखी गईं. प्रत्यक्षदर्शियों उनके कपड़े जलते देखे.
- पत्नी और बेटी की फाइल में पेज नं. 3 पर लिखा है- AICC नेताजी की बेटी को 1964 तक 6000 रुपये सालाना भेजती रही. यह सिलसिला 1965 में उसकी शादी के बाद रुका. नेताजी की पत्नी को कोई पैसा नहीं चाहिए था. इसलिए सरकार ने उन्हें किसी तरह की कोई रकम नहीं भेजी.
- ये थे नेताजी के अंतिम शब्दः 'लोगों को बताना कि मैं अपने देश की आजादी के लिए आखिरी सांस तक लड़ा. उन्हें यह लड़ाई जारी रखनी है और मुझे पूरा भरोसा है कि भारत जल्द ही आजाद हो जाएगा. अब भारत को कोई भी गुलाम बनाकर नहीं रख सकता.'
- बकौल कमेटी इसलिए हुआ मौत पर शकः कमेटी ने कहा है कि नेताजी की मौत की खबर जिस तरीके से दी गई, उस वजह से संदेह पैदा हुआ.
- अज्ञात कारणों से जापान ने उनकी मौत की खबर को रहस्य बनाए रखा और इस बारे में सूचना नहीं दी.
- कमेटी के सामने जो गवाह पेश किए गए, वे सभी अलग-अलग देशों के थे और एक-दूसरे से जुड़े नहीं थे.
- जिस व्यक्ति को वे बहुत अच्छे से जानते नहीं, उसके बारे में वे कुछ छिपाएंगे, यह मानना समझ से परे है.
पहले भी किया गया है दावा- प्लेन क्रैश में ही हुई थी मौत
इस फाइल करे मुताबिक नेताजी की मौत प्लेन क्रैश में ही हुई थी. यही दावा एक ब्रिटिश वेबसाइट पर भी किया गया है और ताईवान के एक अधिकारी तान ती-ती की ओर दिया सबूत इसके तर्क के रूप में जारी किया गया है.