
चेन्नई के पास पडी नाम की जगह पर रहने वाला 11 साल का प्रग्गा उर्फ प्रग्गनानंधा दुनिया का सबसे कम उम्र का ग्रैंडमास्टर बन सकता है. हालांकि, सबसे कम उम्र के इंटरनेशनल चेस मास्टर का खिताब वह पहले ही अपने नाम कर चुका है.
उसके पिता रमेश बाबू का कहना है कि प्रग्गा किसी तरह का दबाव महसूस नहीं करता है. आपको बता दें कि भारत के पहले ग्रैंडमास्टर विश्वनाथन आनंद ने 18 साल की उम्र में खिताब अपने नाम किया था. जबकि सबसे कम उम्र के भारतीय के तौर पर यह खिताब परिमार्जन नेगी के नाम है जिन्होंने 13 साल 4 महीने की उम्र में कारनामा कर दिखाया था.
प्रग्गा का कहना है कि अगले साल अगस्त तक वह 5-6 टूर्नामेंट में खेलेगा और इससे उसकी रेटिंग प्वाइंट 2500 तक पहुंच सकती है. ग्रैंडमास्टर स्टेट्स के लिए उसे 2600+ प्वाइंट्स लाने होंगे. हमेशा प्रग्गा के साथ रहने वाली उसकी मां नागलक्ष्मी कहती हैं कि उनका बेटा हमेशा अपने विरोधियों की चाल को समझने में लगा रहता है. इसके लिए वह देर तक यूट्यूब वीडियो भी देखता है. इसके बाद वह अपने कोच से टैक्टिक्स को लेकर डिस्कशन भी करता है.
दिलचस्प बात ये है कि उसकी बहन वैशाली खुद एक इंटरनेशनल मास्टर हैं और प्रग्गा उनकी भी मदद लेता है. वैशाली कहती हैं कि वह घर पर एक भी गेम हारना पसंद नहीं करता है. वह हार-जीत के रिकॉर्ड का हिसाब भी रखता है.