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16 वर्षीय भारतीय-अमेरिकी ने तैयार की एक बेहद सस्ती सुनने की मशीन

कोई अपने दादा-दादी की दिक्कतों को लेकर परेशान हो सकता है तो वहीं कोई ऐसा भी होता है जो अपने बुजुर्गों की सहूलियत के लिए वर्षों दिन-रात एक कर देता है, और दुनिया को एक खूबसूरत तोहफा देता है. जानें भारतीय-अमेरिकी मुकुंद ने ऐसा क्या किया?

Mukund Venkatakrishnan Mukund Venkatakrishnan
स्नेहा
  • नई दिल्ली,
  • 12 अप्रैल 2016,
  • अपडेटेड 5:00 PM IST

यह खबर उन तमाम लोगों के लिए सुखद हो सकती है जो किन्हीं कारणों से ऊंचा सुनते हैं. अमेरिका के हॉस्टन शहर में रहने वाले एक 16 वर्षीय भारतीय मूल के लड़के ने एक बेहद सस्ती सुनने की मशीन ईजाद की है. इस मशीन की कीमत महज 60 अमेरिकी डॉलर है और इसकी वजह से कइयों की जिंदगी बेहतर हो सकेगी.

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मुकुंद वेंकटकृष्नन नामक इस लड़के की उम्र महज 16 साल है और वह इस डिवाइस के मॉडल पर पिछले दो वर्षों से काम कर रहे थे. उन्होंने इस हियरिंग मशीन को जेफरसन काउंटी पब्लिक स्कूल्स आइडिया फेस्ट में प्रेजेंट किया था और इस डिवाइस के लिए उन्हें प्रथम पुरस्कार भी मिला था.

इस डिवाइस को किसी भी सस्ते हेडफोन के साथ इस्तेमाल किया जा सकता है. इसमें आप अपनी जरूरत के हिसाब से फ्रीक्वेंसी घटा-बढ़ा सकते हैं. इसके अलावा यह लोगों की डॉक्टर पर निर्भरता को भी एकदम से कम कर देता है. उन्हें इस डिवाइस पर काम करने की प्रेरणा उनके दादा-दादी से मिलने के बाद मिली जो भारत में रहते हैं. मुकुंद दो साल पहले उनसे मिलने आए थे और यहां दादा-दादी को सुनने में आ रही दिक्कतों और इसके उपचार के लिए लगने वाले मशीन की भारी कीमत से चिंतित थे. इसके बाद उन्होंने इस पर काम करना शुरू किया और पूरी दुनिया को यह कर दिखाया.

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