Advertisement

सुकमा हमले में शामिल 18 और नक्सली गिरफ्तार

सुकमा के एसपी अभिषेक मीणा ने मिलिशिया कमांडर समेत 18 मिलिशिया सदस्यों को हिरासत में लिए जाने की पुष्टि की है और बताया कि पकड़ गए नक्सलियों से पूछताछ की जा रही है.

नक्सली गिरफ्तार नक्सली गिरफ्तार
सुरभि गुप्ता
  • सुकमा,
  • 20 मई 2017,
  • अपडेटेड 10:20 PM IST

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में बुरकापाल हमले में शामिल नक्सली पोडियाम पंडा की निशानदेही पर मिलिशिया कमांडर समेत 18 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है. ये सभी नक्सली सुकमा में सीआरपीएफ पर हुए हमले में शामिल थे, जिसमें 25 जवान शहीद हो गए थे.

डीआरजी और कोबरा के जवानों की संयुक्त कार्रवाई
पोडियाम पंडा ने 9 मई को जिला मुख्यालय पर आत्मसमर्पण किया था और पूछताछ के दौरान उसने सुकमा हमले से जुड़े कई बड़े खुलासे किए थे. इसके बाद डीआरजी और कोबरा के जवानों की संयुक्त कार्रवाई में करिगुंडम से 19 नक्सलियों को पकड़ लिया गया है.

Advertisement

नक्सलियों से हो रही है पूछताछ
सुकमा के एसपी अभिषेक मीणा ने मिलिशिया कमांडर समेत 18 मिलिशिया सदस्यों को हिरासत में लिए जाने की पुष्टि की है और बताया कि पकड़ गए नक्सलियों से पूछताछ की जा रही है.

ऐसे दिया बुरकापाल हमले को अंजाम
पंडा ने पुलिस को बताया कि घटना के दिन 24 अप्रैल को सीआरपीएफ का दल जब अपने शिविर से निकला तब इसकी जानकारी नक्सली सदस्यों ने अपने कमांडरों तक पहुंचाई. इस दौरान हथियारबंद नक्सली बुरकापाल से लगभग आठ किलोमीटर दूर कासलपाड़ा गांव के करीब मौजूद थे. जानकारी मिलने के बाद नक्सलियों ने एक घंटे के दौरान ही क्षेत्र में घेराबंदी की और 11.30 बजे पुलिस दल पर हमला शुरू कर दिया.

माओवादी कमांडर को सौंपे हथियार
इस हमले के समय पंडा इंसास रायफल से गोलीबारी कर रहा था. पंडा और उसके साथियों ने जवाबी कार्रवाई के दौरान घायल नक्सलियों और मारे गए नक्सली कमांडर अनिल के शव को कासलपाड़ा गांव पहुंचाया. इसके बाद पंडा ने अपना हथियार माओवादी कमांडर अर्जुन को सौंप दिया और अपने गांव लौट गया. इस महीने की सात तारीख को पंडा चिंतागुफा थाने की पुलिस के संपर्क में आया और सरेंडर कर दिया.

Advertisement

2016 में बना मिलिशिया डिप्टी कमांडर
साल 1997 में पोडियाम पांडू माओवादी नेता रमन्ना, हिड़मा, मदन्ना, पापाराव और सीतू के संपर्क में आया था. इस दौरान वह नक्सलियों के कुरियर के रूप में काम करता था. उनके लिए जरूरी सामान शहरों से लाता था. साल 2014 में वह अपना गांव छोड़कर मिनपा चला गया. वहां वह दुलेड़ जनताना सरकार में मिलिशिया सदस्य के रूप में कार्य करने लगा. साल 2016 में वह मिलिशिया डिप्टी कमांडर बन गया.

पोडियाम पंडा के प्रमुख ऑपरेशन
2010 में ताड़ेमटला हमला- 76 जवान शहीद
2014 में कासलपाड़ा हमला- 14 जवान शहीद
2012 में सुकमा जिले के कलेक्टर एलेक्स पाल मेनन का अपहरण
2017 बुरकापाल हमला- 25 जवान शहीद

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement