
अफगानिस्तान में अमेरिकी बम हमले में 20 भारतीयों के मारे जाने की आशंका है. जब बृहस्पतिवार शाम को अमेरिका ने अफगानिस्तान के नंगारहर प्रांत में अपना सबसे बड़ा गैर परमाणु बम 'GBU-43' गिराया, तो उस समय ये भारतीय वहां मौजूद थे. इसमें बच्चे और महिलाएं भी शामिल हैं. हालांकि इनके मारे जाने की अभी तक पुष्टि नहीं हुई है.
इससे पहले अफगानिस्तान में ड्रोन हमले में एक भारतीय हफिसुद्दीन मारा जा चुका है. हाल ही में केरल के 21 लोग लापता हो गए थे. बताया जा रहा है कि ये सभी अफगानिस्तान भाग गए और वहां खूंखार आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) में शामिल हो गए. लापता युवक अशफाक ने हफिसुदीन के परिजनों को संदेश भेजकर उसके मारे जाने की जानकारी दी थी.
हफिसुदीन के रिश्तेदार बीसीए रहमान को उसकी मौत का संदेश सोशल मीडिया एप के जरिए मिला था. अशफाक ने रहमान को यह भी बताया था कि हफिसुदीन को दफना दिया गया है. जब अशफाक से पूछा गया कि इसके अलावा और कोई भी मारा गया है, तो उसने कहा कि फिलहाल वह इसकी जानकारी जुटा रहा है.
केरल के CM ने दी थी आईएस में शामिल होने की जानकारी
जुलाई में केरल के मुख्यमंत्री पिनारायी विजयन ने विधानसभा में बताया था कि केरल के 20 लोग भारत छोड़कर अफगानिस्तान चले गए हैं और वहां आईएस में शामिल हो गए हैं. उन्होंने बताया था
कि इन 21 लोगों में बच्चे भी शामिल हैं. इनमें से 17 कारसगोड जिले और बाकी पलक्काड जिले के रहने वाले हैं. बृहस्पतिवार शाम को अमेरिका ने अफगानिस्तान के नंगारहर प्रांत में अपना सबसे
बड़ा गैर परमाणु बम गिराया. बताया जा रहा है कि बम गिरने के दौरान सभी 21 भारतीय नंगारहर इलाके में मौजूद थे. ऐसे में इस हमले में इनके मारे जाने की आशंका जताई जा रही है. हालांकि
अभी तक इसमें इनके मारे जाने की पुष्टि नहीं हुई है.